न्यायालय के अभिभाषकों के लिए अपने काम के लिए सबसे महात्वपूर्ण चीज हाई कोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट में पारित होने वाले निर्णय एवं उनकी रूलिंग होती हैं। इसके लिए पहले वकीलों को काफी परेशान होना पड़ता था। सुप्रीम कोर्ट एवं हाई कोर्ट में होने वाले महात्वपूर्ण निर्णय, जब तक पब्लिश नहीं हो जाते थे या उनकी कॉपी जिले में नहीं आती थी, तब तक वकीलों को उनकी सही जानकारी नहीं हो पाती थी। लेकिन अब जिला न्यायालय के वकीलों को इसके लिए परेशान नहीं होना पड़ रहा हैं।
सुप्रीम कोर्ट से ***** हुई ई-लाइब्रेरी: विदित हो कि लगभग एक वर्ष जिला न्यायालय में ई-लाइब्रेरी शुरू कर दी थी। जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष रघुवीर सिंह तोमर ने बताया कि लगभग एक माह पूर्व इसे सुप्रीम कोर्ट से लिंक कर दिया गया हैं। अब सुप्रीम कोर्ट में होने वाले निर्णयों की जानकारी भी वकीलों को समय से मिलने लगी हैं। उनका कहना हैं कि वर्ष में तीन बार ई-लाइब्रेरी को अपडेट किया जाता हैं। इसमें साल भर में सुप्रीम कोर्ट में होने वाले महात्वपूर्ण निर्णयों की सभी को जानकारी हो जाती हैं।
केस में होती हैं सहायता: अभिभाषक संघ के अध्यक्ष रघुवीर सिंह तोमर ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय रूलिंग का काम करते हैं। कई बार ऐसे मामले जिला न्यायालय में भी आ जाते है, जिनमें सुप्रीम कोर्ट कोई निर्णय दे चुका होता हैं। ऐसे में वकील वहां के निर्णय को नजीर के रुप में कोर्ट के सामने पेश करते हैं। ऐसे में वकीलों को जहां सुविधा होती हैं, वहीं पक्षकारों को भी न्याय दिलाने में यह काम आता हैं। उनका कहना था कि अब प्रयास किया जा रहा हैं कि जिला न्यायालय की लाइब्रेरी को बेहतर तरीके से व्यवस्थित किया जाए।