महंगाई की मार ने स्कूलों में चलने वाले स्व सहायता समूह संचालकों की कमर तोड़ कर रख दी है। १५० रुपए किलो टमाटर, २५० रुपए किलो राजमा, १५० रुपए तेल और १५० रुपए किलो दाल ने मैन्यू को बदल दिया है। अब तो जिले के सैकड़ों प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में सब्जी की मात्रा घट गई है।
टीकमगढ़. महंगाई की मार ने स्कूलों में चलने वाले स्व सहायता समूह संचालकों की कमर तोड़ कर रख दी है। १५० रुपए किलो टमाटर, २५० रुपए किलो राजमा, १५० रुपए तेल और १५० रुपए किलो दाल ने मैन्यू को बदल दिया है। अब तो जिले के सैकड़ों प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में सब्जी की मात्रा घट गई है। वहां पर सिर्फ आलू की सब्जी ही नजर आ रही है। जबकि रसोईयों की राशि अप्रेल से आज तक नहीं आई है।
शासन के निर्देश पर प्राथमिक विद्यालय के छात्र को एक दिन का ५.४५ पैसे और माध्यमिक विद्यालय के छात्र को ८.१७ पैसे का पोषण दिया जाता है लेकिन वह राशि इस महंगाई में काम नहीं आ रही है। जिसके कारण छात्रों को राजमा, दाल, पूडी, टमाटर का स्वाद नहीं मिल पा रहा है। उन्हें सिर्फ आलू की सब्जी में ही भोजन करना पड़ रहा है। महंगाई की वजह से भोजन का बजट बिगडता जा रहा है। एक तरफ सब्जी, तेल, मसाले के साथ अन्य खाद्य सामग्री की कीमतें ऊपर चढ़ रही हैं, वहीं दूसरी तरफ खाना पकाने में प्रयोग होने वाले रसोई गैस सिलेंडर के दामों में भी आग लग गई है।
शासन बच्चों पर ऐसे कर रहा खर्च
शासन और जिला प्रशासन द्वारा जिले के १६२९ प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों के छात्रों को दिन की खुराक अनुसार रुपए भेज रही है। प्राथमिक स्कूलों में प्रति बच्चे की दर से 5.45 रुपए और माध्यमिक स्कूल में 8.17 रुपए भुगतान कर रही है। सरकारी रिकॉर्ड अनुसार दोनों स्कूलों में १ लाख ४७ हजार ४१४ छात्र-छात्राएं दर्ज है। जिन्हें उपस्थिति अनुसार भोजन वितरण किया जा रहा है।
हर माह ९ लाख ५४ हजार ३८५ रुपए सरकार कर रही खर्च
जिले के ९०० प्राथमिक स्कूलों में ९१९१३ छात्र-छात्राएं दर्ज है। जिसमें प्रत्येक छात्र को ५.४५ रुपए दिया जा रहा है। जिन्हें एक महीने में ५ लाख ९२५ रुपए दिए जा रहे है। वहीं ७२९ माध्यमिक स्कूलों में ५५५०३ छात्र-छात्राएं दर्ज है। जिसमें प्रत्येक छात्र को ८.१७ रुपए दिया जा रहा है। जिन्हें एक महीने में ४ लाख ५३ हजार ४५९ रुपए दिए जा रहे है। प्राथ्मिक और माध्यमिक विद्यालय में हर माह ९ लाख ५४ हजार ३८५.३६ रुपए खर्च हो रहे है।
फैक्ट फाइल
१४७४१४ प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय के छात्रों की संख्या
११८० स्व सहायता समूह कर रहे मध्यान्ह भोजन वितरण
५.४५ रुपए प्राथमिक विद्यालय के छात्र को एक दिन की खुराक
८.१७ रुपए माध्यमिक विद्यालय के छात्र को एक दिन की खुराक
९०० प्राथमिक विद्यालय
७२९ माध्यमिक विद्यालय
९१९१३ प्राथमिक विद्यालय के छात्र
५५५०३ माध्यमिक विद्यालय के छात्र
५०००९२५.८५ रुपए प्राथमिक विद्यालय के छात्र पर एक दिन का खर्च
४५३४५९.५१ रुपए माध्यमिक विद्यालय के छात्र पर एक दिन का खर्च
इनका कहना
महंगाई के कारण छात्रों को समूह में आने वाले बजट अनुसार मध्यान्ह भोजन नहीं खिला पा रहे है। तेल, सब्जी, दाल के साथ अन्य सामग्री के दाम आसमान छू रहेे है। उसके बाद भी छात्रों को अच्छे से अच्छा मध्यान्ह वितरण कर रहे है।
रामकली के वट, अध्यक्ष ज्वालामुखी स्वसहायता समूह दरगांय खुर्द जतारा।
शासन द्वारा दिए जाने वाली राशि से मैन्यू अनुसार मध्यान्ह भोजन वितरण में परेशानियां कुछ दिनों से आने लगी है। उसके बाद भी प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय के छात्रों को भोजन वितरण किया जा रहा है लेकिन महंगाई ने समूह की आर्थिक स्थिति को बिगाड़ दिया है।
प्रेमबाई रैकवार, अध्यक्ष, राजीव गांधी स्वसहायता समूह हीरापुर नजदीक सरकनपुर बल्देवगढ़।
जिले में ११८० स्वसहायता समूह १ लाख ४७ हजार ४१४ सौ छात्र-छात्राओं को मध्यान्ह भोजन वितरण किया जा रहा है। शासन के नियम अनुसार प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय के छात्रों को दिन के हिसाब से राशि दी जा रही है।
गोविंद्र वर्मा, प्रभारी मध्यान्ह भोजन वितरण जिला पंचायत टीकमगढ़।