राशन की काला बाजारी रोकने के लिए शासन ने उपभोक्ताओं की ई-केवाइसी और मोबाइल सीडिंग कार्य कराने के आदेश दो वर्ष पहले दिए गए थे लेकिन जिले के अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
टीकमगढ़. राशन की काला बाजारी रोकने के लिए शासन ने उपभोक्ताओं की ई-केवाइसी और मोबाइल सीडिंग कार्य कराने के आदेश दो वर्ष पहले दिए गए थे लेकिन जिले के अधिकारियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। जिसके चलते जिले के ३७४ राशन विक्रेताओं के साथ खाद्य अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए है। एक सप्ताह में जबाव पेश करने के आदेश भी दिए है।
टीकमगढ़, बल्देवगढ़, पलेरा और जतारा में २०९१८९ परिवारों के ८ लाख ६१ हजार ७२ सदस्य दर्ज है। इनकी ई-केवाइसी और मोबाइल सीडिंग कराने का कार्य दो वर्षों से किया जा रहा है। जिसके लिए एसडीएम, कनिष्ठ खाद्य अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। समय-समय पर विक्रेताओं को नोटिस कार्रवाई की गई। उसके बाद भी ई-केवाईसी ४८.३९ और मोबाइल सीडिंग ६२.६७ फीसदी तक हो पाई है। इस कार्य को शतप्रतिशत कराने के लिए एसडीएम, कनिष्ठ खाद्य अधिकारियों और विक्रेताओं को नोटिस दिए गए है। जबकि इस कार्य को कराने के लिए पत्रिका ने ३ जून को खबर का प्रकाशन किया था।
यह हुई आधार सीडिंग
जिले में २०९१८९ परिवार राशन के लिए पात्रता दी गई है। इन परिवारों में ८६१०७२ सदस्य जुड़े हुए है। खाद्य विभाग और विक्रेताओं द्वारा विभिन्न बैठकों और नोटिस कार्रवाई के बाद ४१४१३९ सदस्यों की मोबाइल सीडिंग हो पाई है।
ई-केवाइसी और मोबाइल सीडिंग
शासकीय उचित मूल्य की दुकान से राशन लेने वाले हितग्राहियों को मोबाइल सीडिंग और ई केवाइसी करवाना अनिवार्य किया है। राशन दुकान संचालकों द्वारा खाद्यान्न में गड़बड़ी को रोकने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले पात्र परिवारों को समय से खाद्यान्न का वितरण हो सके व किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो। इसके लिए पात्र परिवार के सदस्यों को ई केवायसी कराना व किसी एक सदस्य का मोबाइल सीडिंग करने के निर्देश दिए है।
इनका कहना
ई-केवाइसी और मोबाइल सीडिंग कार्य कराना राशन की काला बाजारी को रोकना है। यह कार्य शत-प्रतिशत किया जाना है। यह कार्य नहीं कराने वालों को नोटिस दिए गए है। इसके साथ ही जिले की ३७४ राशन दुकान विक्रेताओं को नोटिस दिए है।
बीके सिंह, जिला खाद्य अधिकारी टीकमगढ़।