मुंबई। दक्षिण भारतीय फिल्मों के महानायक रजनीकांत इस वर्ष अपना जन्मदिन नहीं मनायेंगे। रजनीकांत 12 दिसम्बर को 66 साल के हो जाएंगे लेकिन इस साल उन्होंने अपने प्रशंसकों से कहा है कि वे उनका जन्मदिन नही मनाये।
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता के निधन के बाद उन्हें श्रद्धाजंलि देने के लिए रजनीकांत ने अपना जन्मदिन नहीं मनाने को फैसला किया है। रजनीकांत ने अपने प्रशंसकों से अपील करते हुए कहा कि सभी प्रशंसकों से अपील करता हूं मेरा जन्मदिन न मनाये और न ही बैनर-पोस्टर लगाएं। बस कंडक्टर से दक्षिण भारतीय फिल्मों में महानायक बने रजनीकांत बस कंडक्टर के तौर पर अपने करियर की शुरूआत कर दक्षिण भारतीय फिल्मों के महानायक बनने वाले रजनीकांत को यह मुकाम पाने के लिये कड़ा संघर्ष करना पड़ा। 12 दिसंबर 1950 को बेेंगलुरू में जन्मे रजनीकांत मूल नाम शिवाजी राव गायकवाड बचपन के दिनों से ही फिल्म अभिनेता बनना चाहते थे। शुरूआती दौर में रजनीकांत ने बस कंडक्टर के रूप में काम किया। इस दौरान रजनीकांत ने रंगमंच पर कुछ नाटकों में अभिनय भी किया। इसी दौरान तमिल फिल्मों के मशहूर निर्देशक के. बालचन्द्र एक नाटक में रजनीकांत के अभिनय से काफी प्रभावित हुये। फिल्म भैरवी के बाद बन रजनीकांत बन गए सुपरस्टार वर्ष 1975 में के. बालचंद्र के निर्देशन में बनी तमिल फिल्म अपूर्वा रागांगल से रजनीकांत से अपने सिने करियर की शुरुआत की। इस फिल्म में कमल हसन ने मुख्य भूमिका निभायी थी। वर्ष 1978 में प्रदर्शित तमिल फिल्म भैरवी में रजनीकांत को बतौर मुख्य अभिनेता के रूप में पहली बार काम करने का अवसर मिला। यह फिल्म टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुयी। साथ ही रजनीकांत भी सुपरस्टार बन गये। वर्ष 1980 में रजनीकांत की एक और सुपरहिट फिल्म बिल्ला प्रदर्शित हुयी। बिल्ला अमिताभ की सुपरहिट फिल्म डॉन की रीमेक थी।