5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

फिल्मों में सलमान खान का नौकर बनने वाले इस एक्टर की हुई थी बहुत बुरी मौत

फिल्मों में साइड रोल करने के बावजूद अपने रोल के साथ हमेशा जस्टिस किया है और लोगों को अपना दिवाना बनाया है और इसके चलते वे हीरो बन गए।

2 min read
Google source verification
laxmikant_berde_death_anniversary.jpg

90 के दशक की कई फिल्मों में अपनी कॉमेडी स्किल से लोगों का मन मोह लेने वाले लक्ष्मीकांत बेर्डे ने सलमान खान की फिल्म 'मैंने प्यार किया' से बॉलीवुड में कदम रखा था। यह एक ही फिल्म उनके हुनर का परचम लहराने के लिए काफी थी। महज एक फिल्म से ही उन्होंने दर्शकों के बीच अपनी पहचान बना ली थी। इसके बाद वो इंडस्ट्री में किसी की पहचान के मोहताज नहीं रहे।

एक के बाद एक फिल्में उनकी झोली में आती गईं और वो काम करते गए। बता दें कि इसके बाद उन्होंने 'साजन', 'हम आपके हैं कौन' सहित 'अनाड़ी' और 'बेटा' जैसी कई फिल्मों में शानदार भूमिका निभाई थी। मराठी फिल्मों में अपने हुनर का परचम लहरा चुके एक्टर ने बॉलीवुड को भी अपना दिवाना बना दिया था। वो बात अलग है कि उन्हें फिल्मों में कभी हीरो के तौर पर वह अवसर नहीं मिला लेकिन उन्हें जो भी किरदार दिया गया उसमें वे बेमिसाल साबित हुए।

यह भी पढ़ेंः शादी में बाद कैटरीना कैफ ने पहनी इतनी महंगी ड्रेस, रेट सुनकर चौंक गए लोग

बेर्डे ने 1989 में हिंदी फिल्म 'मैंने प्यार किया' से डेब्यू किया था। इस फिल्म का डायरेक्शन सूरज बड़जात्या ने किया था और इस फिल्म में सलमान खान के अलावा भाग्यश्री और लक्ष्मी बेर्दे भी नजर आए थे। लक्ष्मीकांत के साथ यह सलमान की पहली फिल्म थी। हिंदी सिनेमा में '100 डेज', 'हम आपके हैं कौन' और 'साजन बेहतरीन' उनकी अच्छी फिल्मों शामिल हैं। बेर्डे अपनी कॉमेडी से सब को पीछे छोड़ देते थे। यहीं नहीं बेर्डे ने फिल्मों के साथ-साथ टीवी शो में भी काम किया औऱ इस क्षेत्र में भी उन्हें सफलता ही हाथ लगी। जाहिर है उनके हुनर को हर कोई पहचानता था। बेर्डे ने जहां हाथ आजमाया वहां उन्हें सफलता मिली। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मराठी और हिंदी करियर मिलाकर बेर्डे ने 200 से ज्यादा फिल्में की हैं।

यह भी पढ़ेंः शहनाज गिल के फैंस के लिए खुशखबरी, लेटेस्ट वीडियो में 'झिंगाट' पर मचाती दिखीं धमाल

फिल्मों में साइड रोल करने के बावजूद अपने रोल के साथ हमेशा जस्टिस किया है और लोगों को अपना दिवाना बनाया है और इसके चलते वे हीरो बन गए। हालांकि एक वक्त ऐसा आया जब इस हसंते-खिलखिलाते चेहरे पर काला बादल मंडराने लगा। साल 2004 में गुर्दे की बीमारी के चलते बेर्डे का निधन हो गया। इस खबर से मराठी इंडस्ट्री के साथ-साथ बॉलीवुड भी सदमें में चला गया था। आज भी उनकी फिल्मों में उनके किरदार को देखकर लोग फिर से खिल उठते हैं।