नगर परिषद के वार्ड 22 स्थित तारण गफूरपुरा में आखिरकार नगर परिषद ने सफाई शुरू कर दी। नगर परिषद के सफाईकर्मियों की टीम तारण पहुंची और अभियान के रूप में सफाई की गई। तारण की प्रत्येक गली को चकाचक कर दिया।
टोंक. नगर परिषद के वार्ड 22 स्थित तारण गफूरपुरा में आखिरकार नगर परिषद ने सफाई शुरू कर दी। नगर परिषद के सफाईकर्मियों की टीम तारण पहुंची और अभियान के रूप में सफाई की गई। तारण की प्रत्येक गली को चकाचक कर दिया। सभी नालियों की सफाई कर दी गई।
गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका के गत 13 जुलाई के अंक में नाम का शहरी क्षेत्र: सुविधाएं ग्रामीण से बदतर शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर हाईवे भी जाम किया था। हरकत में आए नगर परिषद ने शनिवार सुबह सफाईकर्मियों की टीम तारण गफूरपुरा भेज दी। इस टीम ने तारण की प्रत्येक गली में नालियों की सफाई की।
कभी सुनवाई ही नहीं हुई:
तारण गफूरपुरा 35 साल पहले ग्रामीण क्षेत्र था। लेकिन बाद में इसे नगर परिषद में शामिल कर लिया। गत साढ़े तीन साल सालों से लोग तारण में मूलभूत सुविधाओं की मांग कर रहे थे। लेकिन सुनवाई तक नहीं की गई। लोगों ने बताया कि तारण से टोंक-सवाईमाधोपुर हाईवे गुजर रहा है। ऐसे में हाईवे पर तो रोड लाइट है। लेकिन तारण आबादी क्षेत्र में खम्बे तक नहीं लगवाए। सडक़ भी नहीं है। सफाई भी कभी नहीं हुई।
नियमित रूप से होगी सफाई
नगर परिषद आयुक्त धर्मपाल जाट ने बताया कि नगर परिषद के सभी वार्डों में नियमित रूप से सफाई की जा रही है। कहीं अगर कोई है तो उसके लिए कार्मिकों को पाबंद किया जा रहा है। बरसात के मौसम में लोगों को परेशानी नहीं हो। इसके लिए नालों की सफाई कराई जा रही है। नाला सफाई के दौरान मिलने वाली कमी को सुधारा जा रहा है। फिर भी लोगों से कहा जा रहा है कि जहां भी नाला सफाई में कमी है, वो शिकायत भेजे। ताकि तत्काल सफाई कराई जाए।