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आनंद को भी ‘आनंद’ दे वहीं राम- संत मदनमोहन

विश्व मंगलम सेवा संस्थान के तत्वावधान में बुधवार रात को आयोजित प्रवचन माला की शुरुआत में संत मदनमोहन ने दीप प्रज्वलित कर किया। तत्पश्चात शिक्षाविद पुरूषोत्तम पारीक व लल्लूलाल गुप्ता, कैलाश अग्रवाल ने संत का स्वागत किया गया।

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  Vishwa Mangalam Seva

निवाई. मदनमोहन महाराज के प्रवचन सुनते श्रद्धालु।

निवाई. विश्व मंगलम सेवा संस्थान के तत्वावधान में बुधवार रात को आयोजित प्रवचन माला की शुरुआत में संत मदनमोहन ने दीप प्रज्वलित कर किया। तत्पश्चात शिक्षाविद पुरूषोत्तम पारीक व लल्लूलाल गुप्ता, कैलाश अग्रवाल ने संत का स्वागत किया गया।

संत मदनमोहन ने कहा कि परम चेतना ही परमात्मा है और जीव का अन्तकरण शुद्ध होते ही समाधि को प्राप्त हो जाता है। जीव की काया नश्वर है और आत्मा दीपक है। आनंद को भी आनंद दे वहीं राम है। इसलिए मनुष्य को भौतिक सुखों के प्रलोभन को छोड़ कर शाश्वत सत्य जीवन जिए। बिना आधार के जीव की गति संभव नहीं है, इसलिए जीव ईश्वर को आधार मानना चाहिए।


इस दौरान मनोनीत पार्षद प्रदीप पारीक का संत मदनमोहन ने स्वागत किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विश्व मंगलम संस्थान के रविप्रकाश पारीक, रामगोपाल तमोलिया, चेतन पारीक, रामकिशन टोडवाल, नाथूलाल लाछड़ी, रविकांत टोडवाल, रामफूल शर्मा, दिलीप डासवाणी, महेश दरगड़, सत्यदेव व्यास, रमेशचंद्र अग्रवाल, केदार खण्डेलवाल, दिलीप ईसरानी, श्याम स्वामी सहित कई लोग मौजूद थे।


बरसात की कामना के लिए किया पूजन
आवां. कस्बे में बरसात नहीं होने से निराश ग्रामीणों ने गुरुवार को बरसात की कामना के लिए गाजे-बाजे के साथ देवताओं का पूजन किया। गौरतलब है कि किसानों ने प्री मानसून की हल्की बारिश के साथ ही खेतों में बुवाई कर दी थी, लेकिन पिछले 20-25 दिनों से बारिश नहीं होने से किसानों व कस्बे वासियों में निराशा छाई हुई हैं।


किसानों की फसलें सूखने की कगार पर है। महावीर वैष्णव ने बताया कि,गुरुवार को कस्बे वासियों ने बरसात की कामना के लिए गाजे-बाजे के साथ देवताओं का पूजन किया। प्रात: 9 बजे गोपाल चौक से प्रारंभ होकर जुलूस राजकलेश्वर महादेव पहुंचा। जहां महादेव सहित इंद्र देवता का पूजन कर लोगों ने बरसात की कामना की।