हर साल व्यापारियों को होता है नुकसानबरसात में दुकानों में भर जाता है पानीटोंक. लगातार किए गए विरोध के बावजूद सार्वजनिक निर्माण विभाग ने घंटाघर से सुभाष बाजार की डामर सडक़ का निर्माण शुरू कर दिया। जब विरोध बढ़ गया तो सार्वजनिक निर्माण विभाग को सडक़ का निर्माण रोकना पड़ा। अब सडक़ की खुदाई के बाद दोबारा निर्माण होगा।
सडक़ निर्माण में अनदेखी: विरोध पर बनाएंगे दोबारा
हर साल व्यापारियों को होता है नुकसान
बरसात में दुकानों में भर जाता है पानी
टोंक. लगातार किए गए विरोध के बावजूद सार्वजनिक निर्माण विभाग ने घंटाघर से सुभाष बाजार की डामर सडक़ का निर्माण शुरू कर दिया। जब विरोध बढ़ गया तो सार्वजनिक निर्माण विभाग को सडक़ का निर्माण रोकना पड़ा। अब सडक़ की खुदाई के बाद दोबारा निर्माण होगा।
फिलहाल सार्वजनिक निर्माण विभाग करीब 300 मीटर से अधिक सडक़ का निर्माण कर चुका है। इस निर्माण से व्यापारियों को यह परेशानी है कि सडक़ की ऊंचाई बढऩे पर दुकानों में बरसात का पानी जाएगा। ऐसा हर साल होता है।
गत वर्ष भी करीब 5 से 6 करोड़ का नुकसान हुआ था। गौरतलब है कि सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से शहर में घंटाघर से लेकर बड़ा कुआं की ओर डामर सडक़ का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अलावा अन्य सडक़ें भी बनाई जा रही है। इसकी लागत करीब 3 करोड़ रुपए है।
लगातार नीचे हो रही है दुकानें
शहर के मुख्य बाजार घंटाघर से लेकर बड़ा कुआं तक मकान और दुकान का निर्माण करीब 4 से 5 दशक पुराना है। लेकिन सडक़ों का निर्माण लगभग हर दशक में किया जाता है। ऐसे में मकान और दुकानों की ऊंचाई कम होती जा रही है।
वहीं नगर परिषद ने शहर के पानी निकास पर ध्यान नहीं दिया। इसके चलते जरा सी बरसात में भी बाजार में पानी भरना आम है। दिन में तो दुकानदार पानी भरने पर सावधानी बरतते हैं। लेकिन रात को होनी वाली बरसात में पानी दुकानों में भर जाता है। ऐसे में दुकान में रखा सामान भीग जाता है।
अब करेंगे सडक़ की खुदाई
सार्वजनिक निर्माण विभाग ने करीब 300 से 400 मीटर सडक़ निर्माण के बाद रोक दी है। विभाग के अभियंताओं का कहना है कि तीन इंच की मोटाई वाली सडक़ बनाने के लिए पहले इतनी खुदाई की जाएगी। इसके बाद निर्माण होगा।
यह बोले अधिकारी
व्यापारियों के विरोध के बाद सडक़ निर्माण रोक दिया है। अब पहले खुदाई की जाएगी। इसके बाद निर्माण कराया जाएगा।
- आर. के. सिंह, अधीक्षण अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग टोंक