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धर्म के सहारे संसार रूपी नाव’ मुनि सुधासागर ने शिविर में श्रद्धालुओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया

मुनि सुधासागर ससंध की आहारचर्या मंगल-गीतों व गुरुदेव के जयकारों के बीच सम्पन

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 Paramarth

बंथली. आवां में आहार चर्या करते मुनि सुधासागर।

बंथली(आवां). संसार रूपी नाव धर्म एवं परमार्थ के सहारे चल रही है। मनुष्य को निरन्तर आगे बढऩा है तो सभी गलत मार्गो से हट अलग धर्म के मार्ग पर चलना होगा। अलग मार्ग बिना प्रभु का सामिप्य प्राप्त करना संभव नहीं है।
मुनि पुंगव सुधासागर ने यह बात सुदर्शनोदय तीर्थ स्थल आवां में प्रवचन कर कही।

उन्होंने कहा कि परमार्थ जब होता है तो अंतरंग वैभव को इतना बढ़ा देता है कि दूसरे की ओर देखने की जरूरत नहीं होती। आपकी आंख, कान ऐसे हंै जितना देखना-सुनना है उतने से संतुष्ट हंै। आप शरीर से संतुष्ट है तो आपका शरीर परमार्थ रूपी हो गया, तुम्हें ऐसा लगे की में स्वयं पूर्ण हूं, मेरे में गंध नहीं है मुझे किसी भी वस्तु की जरूरत नहीं है।

में इतना सुन्दर हूं कि दूसरे का सौन्दर्य देखने की जरूरत नहीं है, तो समझ लेना परमार्थ मिल गया। सुधासागर पब्लिक स्कूल के श्रवण कोठारी, मंदिर समिति अध्यक्ष नेमीचन्द जैन ने बताया कि प्रवचन के बाद हुई मुनि सुधासागर ससंध की आहारचर्या मंगल-गीतों व गुरुदेव के जयकारों के बीच सम्पन होने के बाद मुनि सामायिक (ध्यान) कक्ष में चले गए।

मंदिर समिति के चन्द्रप्रकाश हरसोरा, मुकेश ठग ने बताया कि इसके बाद राजस्थान सहित मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने श्रीफल भेंट कर मुनि सुधासागर का आर्शीवाद लिया। शाम महाआरती के बाद मुनि सुधासागर ने आयोजित शिविर में श्रद्धालुओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया।

इससे पहले प्रतिदिन की भांति श्रद्धालुओं ने मंदिर में विराजित भगवान की प्रतिमाओं का अभिषेक कर शांतिधारा की। इस मौके पर आशीष जैन, पवन कुमार जैन, मनीष पाटनी, अशोक धानोत्या, श्रद्धा पाटनी, ओमप्रकाश ठग, अनंत पाटनी, कैलाश ठग व अन्य थे।


अखंड मंत्र पाठ शुरू
देवली. श्रीमहावीर दिगंबर जैन मंदिर देवली में नवरात्र स्थापना के साथ नौ दिवसीय अखंड णमोकार मंत्र पठन शुरू हुआ है।नवयुवक मंडल अध्यक्ष संजय सेठी ने बताया कि मंत्र पठन की शुरुआत समाज अध्यक्ष महावीर प्रसाद जैन ने दीप जलाकर की। उन्होंने नवरात्र में मंत्र पठन की महिमा के बारे में बताया।

इस दौरान समाज के प्रदीप लुहाडिय़ा, मनोज जैन, सुरेश सोनी, पदमचंद अजमेरा, राजकुमार कोठारी, शैलेंद्र सोनी आदि उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि 9 दिवसीय अखंड मंत्र पाठ के तहत दिन में महिलाएं मंत्र पाठ करेगी। जबकि पुरुष रात्रि को अखंड मंत्र पाठ जारी रखेंगे।