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खबर का असर: मृदा परीक्षण प्रयोगशाला में शुरू हुई मिट्टी जांच

अधिकारियों ने प्रयोगशाला में कार्मिकों व कर्मचारियों को दिशा-निर्देश देकर मिट्टी की जांच का कार्य शुरू कराया।  

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 मिट्टी की जांच

विभागीय अधिकारियों ने प्रयोगशाला में कार्मिकों व कर्मचारियों को दिशा-निर्देश देकर मिट्टी की जांच का कार्य शुरू कराया।

बंथली. सहायक निदेशक कृषि विस्तार कार्यालय की देख-रेख में ंचालित दूनी व देवली स्थित मृदा परीक्षण प्रयोगशाला में पांच माह से लम्बित पड़ी हजारों मिट्टी की जांचें शुरू होगी। अब समय पर मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध होने के साथ ही किसान ऑनलाइन भी हो सकेंगे।

इस मामले में राजस्थान पत्रिका ने 19 जनवरी के अंक में ‘जिले में अन्नदाता की नहीं ले रहे सुध’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद हरकत में आए विभागीय अधिकारियों ने प्रयोगशाला में कार्मिकों व कर्मचारियों को दिशा-निर्देश देकर मिट्टी की जांच का कार्य शुरू कराया।

हर रोज कर रहे 50 जांचें
सहायक निदेशक कृषि विस्तार कार्यालय दूनी राधेश्याम मीणा ने बताया कि पहले दूनी की प्रयोगशाला में एक हजार तीन सो 39 व देवली की प्रयोगशाला में तीन हजार मिट्टी की जांचें लम्बित थी, लेकिन अब कार्मिक दोनों योगशालाओं में 50 जांचें प्रतिदिन कर रहे है। उन्होंने बताया कि इससे किसानों को समय पर मृदा स्वास्थ्य कार्ड मिलने के साथ ही ऑनलाइन भी हो सकेंगे।

सात दिन में गंदले पानी की आपूर्ति
दूनी. कस्बे में जलदाय विभाग के ठेकेदार की मनमानी से नलों में सात दिन में भी गंदले पानी की आपूर्ति हो रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार कस्बे में करीब दो हजार नल कनेक्शन हैं, जिनका हर माह बिल जमा ई-मित्र के माध्यम से किए जा रहे हैं। बीसलपुर बांध की पाइप लाइन से दूनी अभी नहीं जोड़ा गया है।

इससे जलापूर्ति में सुधार नहीं हो रहा। उपभोक्ताओं ने बताया कि जलापूर्ति चालू करने व बन्द करने का समय निर्धारित नहीं है। कई बार तो सात दिन में नलों में पानी आता है तथा वह भी गंदला आता है। दूनी जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता पूरणमल बैरवा ने बताया कि जलापूर्ति के लिए सभी तैयारियां पूरी होने के बावजूद बीसलपुर से जलापूर्ति के लिए हरी झण्डी नहीं मिली है।बीसलपुर से जोडऩे के बाद जलापूर्ति में सुधार होगा तथा क्षतिग्रस्त लाइनों को ठीक कराया जाएगा।