ग्रामीणों ने तहसीलदार प्रांजल कंवर को बताया कि डांगरथल गांव में प्रभावशाली लोगों ने चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर लिया है और वर्तमान में भी अतिक्रमण करते जा रहे है, जिससे पशुओं के समक्ष चारे की समस्या उत्पन्न हो गई है। इसी प्रकार श्मशान भूमि, सार्वजनिक तालाब से भी अतिक्रमण हटाने की मांग की।
इसकी शिकायत व प्रदर्शन आठ दिन पहले भी की जा चुकी है। तब मौके पर नायब तहसीलदार नेहा चौधरी ने 5 दिन का समय मांगा था, लेकिन आज 8 दिन होने के बावजूद भी विभिन्न स्थानों से अतिक्रमण नहीं हटाए गए, जिससे नाराज होकर ग्रामीणों ने को फि र प्रदर्शन किया है। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने जिला कलक्टर गौरव अग्रवाल को गांव डांगरथल बुलाने की मांग की।
तहसीलदार प्रांजल कंवर ने प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों को समझाया कि वर्तमान में खेतों में फ सल होने से सीमाज्ञान नहीं हो सकता है और 1500 बीघा चरागाह भूमि के सीमज्ञान के लिए पांच टीमें गठित कर दी गई है। तथा सीमाज्ञान के बाद सारे अतिक्रमण हटा दिए जाएंगे, जिसके बाद ग्रामीणों ने अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया। प्रदर्शन करने वालों में छीतर खाटरा, पानमल खटीक, पांचू कीर, नाथू मेघवाल, रामफ ूल गुर्जर, श्रवण कीर, नेमीचंद मेघवाल, इनायत रंगरेज, अशोक पोसवालए मोहन खटीक, विनोद लक्षकार, छोटू गुर्जर, मनराज गुर्जर सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।
एसडीओ ने दिया आश्वासन मालपुरा. उपखण्ड के केरिया गांव के सार्वजनिक चरागाह भूूमि के अतिक्रमणों का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को उपखण्ड अधिकारी डॉ. राकेश कुमार मीणा ने राजस्व अधिकारियो के साथ मौका स्थिति का जायजा लिया। केरिया गांव के सार्वजनिक चरागाह भूमि पर अतिक्रमणो को लेकर गत दिनो ग्रामीणों की ओर से शिकायत उपखण्ड अधिकारी डॉ. राकेश कुमार मीणा को की गई थी।
शिकायत की वस्तुस्थिति व मौका स्थिति का जायजा लेने के लिए उपखण्ड अधिकारी डॉ. राकेश कुमार मीणा ने नायब तहसीलदार हंसराज तोगड़ा व हल्का पटवारी ओमप्रकाश चौधरी को साथ लेकर मौके पर पहुंचे। राजस्व रिकार्ड के अनुसार मौका स्थिति का अवलोकन किया। ग्रामीणों को नियमानुसार व रिकार्ड के अनुसार अतिक्रमण होने की स्थिति में शीघ्र अतिक्रमण हटवाने का आश्वासन दिया।