
मोहम्मद इलियास/उदयपुर
लाइफ स्टाइल और अनियमित खानपान के चलते उदयपुर में डायबिटीज (मधुमेह) के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। जिला अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार शहर में 26385 डायबिटीज के मरीज हैं, जो प्रतिदिन इलाज ले हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि यह रोग अब 50 के पार मरीजों में नहीं बल्कि जवानों में सर्वाधिक हो रहा है, इनमें 25 से 40 साल तक के युवा शामिल हैं। कुछ तो 10 से 15 साल के बच्चे भी पहुंच रहे हैं।
आरएनटी मेडिकल कॉलेज से प्रतिदिन डायबिटीज के मरीजों को 50 रुपए प्रति गोली से लेकर 2 से 3 हजार प्रति वायल इंसुलिन तक दिया जा रहा है। सालभर के आंकड़ों पर नजर डालें तो अकेले जिला अस्पताल में डायबिटीज की लाखों की लागत की दवाइयां उठ रही है।
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डाइबिटीज के प्रमुख कारण
- इंसुलिन की कमी
- परिवार में किसी व्यक्ति को डायबिटीज होना
- बढ़ती उम्र
- हाइकोलेस्ट्रॉल लेवल
- एक्सरसाइज न करने की आदत
- हार्मोन्स का असुंतलन
- हाई ब्लड प्रेशर
- खानपान की गलत आदतें
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ब्लड शुगर पर बुरा असर डालती है ये चीजें
- नींद : आपका स्लीप साइकिल आपके ब्लड शुगर लेवल के साथ ही कई शारीरिक प्रक्रियाओं को प्रभावित करता है। नींद की कमी लोगों में ग्लूकोज कंट्रोल और इंसुलिन रेजिस्टेंस को प्रभावित करती है। इसके कारण आपको स्ट्रेस का भी सामना करना पड़ सकता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल पर बुरा असर पड़ता है। ऐसे में जरुरी है कि आप कम से कम 8 घंटे नींद जरुर लें।
- स्ट्रेस लेवल : स्ट्रेस आपकी सेहत के लिए काफी ज्यादा हानिकारक है। इससे ब्लड शुगर लेवल पर काफी बुरा असर पड़ता है। स्ट्रेस की वजह से हमारे शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का उत्पादन होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाता है।
- फिजिकल एक्टिविटी लेवल : शारीरिक गतिविधियां ना करने से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि रेगुलर एक्सरसाइज से आप अपने ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रख सकते है, लेकिन डायबिटीज में एक्सरसाइज करते समय आपको कुछ बातों का ख्याल रखना काफी जरुरी होता है। डायबिटीज में बिना एक्सपर्ट के हैवी एक्सरसाइज करने से आपका ब्लड शुगर लेवल अचानक से गिर भी सकता है।
- डिहाइड्रेशन : कम पानी पीना ब्लड शुगर लेवल के लिए हानिकारक हो सकता है। जब आप कम पानी पीते हैं तो इससे आपके शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढऩे लगती है, जिसे हाइपोग्लेसेमिया कहा जाता है।-
- मेडिकेशन : कई बार दवाइयों की वजह से आपके ब्लड शुगर लेवल पर काफी बुरा असर पड़ता है, ऐसे में जरुरी है कि डायबिटीज के मरीज कोई भी दवाई खाने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।
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मधुमेह से ग्रसित रोगी पहले 40 से 50 वर्ष की उम्र के आते रहे हैं, लेकिन अभी युवा मरीजों की संख्या सर्वाधिक है। इसके पीछे अनियमित खानपान, एक्ससाइज न करना व लाइफ स्टाइल प्रमुख है।
डॉ. मोना डिंगरा, सहायक आचार्य एंडोक्रामोलॉजी
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मेटफाॢमन से लेकर सटाग्लिप्टिन और डेपाग्लीफ्लोजिन जैसी नवीनतम दवाइयां व महंगी इंसुलिन मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान योजना में आ रहे हैं। प्रतिमाह यह दवाई काफी सप्लाई की जा रही है।
डॉ.दीपक सेठी, नोडल अधिकारी, मेडिकल कॉलेज औषधि भंडार
Published on:
24 Aug 2023 08:50 pm
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