
उदयपुर . मेनार. बर्ड विलेज के नाम से मशहूर मेनार के जलाशयों पर विदेशी परिंदों का आना शुरू हो गया है शनिवार शाम धण्ड तालाब पर डूबते सूरज और इन मेहमान परिंदों का नजारा दिलकश था। अब तक करीब 17 प्रजातियों के पक्षी पहुंच चुके हैं। जैसे जैसे सर्दी पड़ेगी इनकी संख्या में इजाफा होने की संभावना है। फरवरी के अंत तक इनका बसेरा रहेगा। बता दें कि मेनार के दोनों तालाब पर प्रतिवर्ष करीब 150 प्रजातियों के देशी विदेशी परिंदा डेरा डालते हैं। धण्ड तालाब, ब्रह्म सागर एवं आसपास के इलाकों में कुछ देशी और विदेशी पक्षियों का कलरव बरबस लोगों को अपनी ओर खींच रहा है। हालांकि प्रवासी पक्षियों की संख्या शुरुआती दौर में है, लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक जैसे-जैसे सर्दी बढ़ेगी वैसे वैसे इनकी संख्या में इजाफा होगा।
हजारों किलोमीटर की दूरी कर आते हैं पक्षी
बता दें कि चायना, मंगोलिया, साइबेरिया आदि देशों से हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर अनेक प्रजातियों के देशी विदेशी पक्षी यहां हर साल आते हैं। हाल में में इंडियन क्रेन, ब्लैक विंग्ट स्टिल्ट, कॉमन टील, कॉमन ग्रीन शैंक, नॉर्दर्न पिनटेल, रोजी पेलिकन, स्पॉटेड सैंडपाइपर, पोचार्ड, ब्राह्म डक, चायना कूट, लांग बिल्ड पिपिट, कॉमन क्रेन, गैडवाल, ग्रेटर फ्लेमिंगो, टफटेड डक, नॉर्थन शोवलर, कॉमन टिल, ग्रे लेग गुज़, टफटेड पोचार्ड, क्रस्टेड ग्रिब सहित स्थानीय पक्षी पहुंच चुके हैं।
पहुंचे पक्षी प्रेमी व वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर
मेहमान परिंदों की दस्तक के साथ वन्य जीव प्रेमियों, पक्षी मित्रों, वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर भी पहुंचने लगे हैं। शनिवार को उत्तम पेगु, विजेंदर परमार, डॉ. दुर्गेश शर्मा, विनय दवे, प्रदीप सुखवाल, दिनेश मेनारिया, धर्मेंद्र मेनारिया सहित पर्यटकों का दल पक्षी दर्शन के लिए मेनार पहुंचा।
परिचय पुस्तिका वितरण आज
उदयपुर. मेवाड़ पालीवाल, मेनारिया एवं नागदा ब्राह्मण सामूहिक विवाह समिति की ओर से हाल ही में हुए परिचय सम्मेलन की परिचय पुस्तिका तैयार की गई है। संयोजिका प्रेमलता पालीवाल के अनुसार इसका वितरण रविवार को टाउनहॉल स्थित गार्डन में सुबह 10 बजे किया जाएगा।
Published on:
12 Nov 2017 12:21 pm
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