जिले में विधानसभा चुनाव में मतदान संपन्न होने के बाद अब मतगणना की तैयारी शुरू कर दी गई है। जंक्शन में राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर में बनाए गए स्ट्रांग रूम में ईवीएम को सुरक्षित रखा गया है। जिले में 8 विधानसभा क्षेत्रों में 2209 पोलिंग बूथों पर ईवीएम से मतदान करवाया गया। ऐसे में इन सभी ईवीएम को स्ट्रांग रूम में रखवाया दिया गया है। अब त्रिस्तरीय सुरक्षा के बीच तीन दिसम्बर को सुबह आठ बजे मतगणना का कार्य शुरू किया जाएगा। इसमें ईवीएम स्ट्रांग रूम के आसपास सीएपीएफ सेना के जवानों को लगाया है। स्ट्रांग रूम के बाहर आरएसी कंपनी को तैनात किया जाएगा। इसी तरह स्थानीय पुलिस के जवानों का जाप्ता भी मतगणना स्थल के आसपास तैनात किया जाएगा। जिला निर्वाचन अधिकारी अरविंद पोसवाल ने बताया कि हर विधानसभा क्षेत्र की मतगणना के लिए करीब 14 टेबलें लगाई जाएंगी। कुछ विधानसभाओं में कमरों की साइज के हिसाब से टेबलें लगाई जाएगी। मतगणना 3 दिसम्बर को मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय आर्टस् कॉलेज परिसर में सुबह 8 बजे से प्रारंभ होगी। मतगणना स्थल पर प्रत्येक विधानसभा के लिए दो-दो कक्ष निर्धारित किए जाएंगे। एक कक्ष में रिटर्निंग अधिकारी रहेंगे, वहीं दूसरे कक्ष में गणना के लिए टेबल लगाई जाएगी।
पहले होगी पोस्टल बैलेट की गिनतीजानकारी के अनुसार सुबह आठ बजे पहले डाक मत पत्रों की गिनती शुरू की जाएगी। डाक मत पत्रों की गिनती रिटर्निंग अधिकारी कक्ष में होगी। गिनती साढ़े आठ बजे तक होगी। आठ बजे तक डाक से आने वाले पीबी को शामिल किया जाएगा। इसके बाद स्वीकार्य नहीं होंगे।
फैक्ट फाइल पर एक नजर
– 06 विधानसभाओं में प्रत्येक कमरे में लगेगी 14 टेबलें
– 13 टेबलें उदयपुर विधानसभा में लगेंगी
– 12 टेबलें सलूंबर में लगाई जाएगी।
– 03-03 कार्मिक प्रत्येक टेबल पर होंगे। इसमें गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक और एक माइक्रो ऑब्जर्वर शामिल होंगे।- 40 टेबल पोस्टल बैलेट के लिए, प्रति विधानसभा पांच होंगी।
– 160 कार्मिक पीबी की मतगणना के लिए लगाए जाएंगे।
– 8.30 बजे से ईवीएम से गणना शुरू कर दी जाएगी।- गणना के दौरान प्रत्याशी, उनके चुनाव अभिकर्ता तथा टेबलों की संख्या के अनुसार गणक अभिकर्ता उपस्थित रहे सकेंगे।
– प्रत्येक टेबल के लिए प्रत्याशी एक-एक सदस्य को नॉमित कर सकेंगे।- प्रत्येक आब्जर्वर को दो माईक्रो आब्जर्वर, एक सहायक आब्जर्वर के अलावा तीन का अतिरिक्त स्टाफ दिया जाएगा।
प्रशासन की भी त्रीस्तरीय व्यवस्था
अतिरिक्त जिला निर्वाचन अधिकारी शैलेष सुराणा ने बताया कि प्रशासनिक स्तर पर भी ईवीएम की सुरक्षा के लिए त्रीस्तरीय व्यवस्था की गई है।
– हर आठ घंटे में एक राजपत्रित अधिकारी मतगणना स्थल का निरीक्षण करता है।- ईवीएम स्थल सीसीटीवी कैमरे की नजर में। जिसके माध्यम से वैंडर व सरकारी कार्मिक निगरानी रखे हुए हैं।
– तीन आरएएस अधिकारियों को भी मतगणना स्थल की सुरक्षा को लेकर तैनात किए गए हैं।
इनको जारी होंगे विशेष पास
मतगणना में लगे कार्मिकों, प्रत्याशियों, चुनाव अभिकर्ताओं, गणक अभिकर्ता आदि को विशेष प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे। इसके बिना मतगणना स्थल में प्रवेश वर्जित रहेगा। मतगणना कार्मिकों का अंतिम प्रशिक्षण 2 दिसम्बर को होगा।
जिले में ऐसे हुआ मतदान
– जिले के 8 विधानसभा क्षेत्र में कुल 21 लाख 85 हजार 264 मतदाता पंजीकृत।- इनमें से 16 लाख 20 हजार 92 मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
– 11 लाख 11 हजार 110 पुरुष मतदाताओं में से 8 लाख 22 हजार 556- 10 लाख 74 हजार 130 महिला मतदाताओं में से 7 लाख 97 हजार 525 महिलाओं ने वोटिंग की। 24 ट्रांसजेंडर मतदाताओं में से 11 ने मतदान किया।