
स्कूल को लेकर दो गांवों का विवाद 26 साल बाद सुलझा
प्रशासन ने लिखा दोनों गांवों का नाम
उदयपुर जिले की मावली तहसील क्षेत्र के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गंदोली खेड़ा-विशनपुरा विद्यालय का नाम आखिरकार गुरुवार को प्रशासन द्वारा लिख दिया गया।
जानकारी के अनुसार इस विद्यालय के नाम को लेकर 26 साल से विवाद चल रहा था। 30 जनवरी 2017 को राजस्थान सरकार द्वारा इस विवाद का निस्तारित कर विद्यालय का नाम गंदोली खेड़ा-विशनपुरा करने का आदेश पारित हुआ था। परन्तु इसके बाद विशनपुरा निवासी छगनलाल मीणा के द्वारा 16 सितम्बर 2022 को सरकार के आदेश को चुनौती देते हुए राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर में गलत तथ्य पेश कर याचिका दायर की गई। जिस पर विद्यालय भवन से गांव का नाम हटा दिया गया। लेकिन इसके बाद राजस्थान सरकार ने पुनः 14 दिसंबर 2022 को विद्यालय का नाम राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गंदोली खेड़ा-विशनपुरा करने के आदेश जारी हुए। इस पर गुरुवार को प्रशासन के द्वारा सरकार के आदेश की पालना में विद्यालय भवन पर दोनों गांवों का नाम अंकित किया गया। दोनों गांवों के नाम अंकित करने से ग्रामीणों में हर्ष की लहर है।
लम्बे समय से विद्यालय भवन पर नहीं था नाम
गंदोली खेड़ा एवं विशनपुरा गांव के ग्रामीणों द्वारा नाम के विवाद को लेकर इस विद्यालय भवन पर नाम ही नहीं लिखा हुआ था। ऐसे में कोई भी विद्यालय में प्रवेश करता है, तो विद्यालय भवन पर केवल राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय देखकर आश्चर्यचकित रह जाता था। साथ ही विद्यालय भवन पर गांव का अंकित नहीं होने से कई बार विद्यालय की पहचान भी सुनिश्चित नहीं होती है। ग्रामीणों का कहना है कि अब विद्यालय भवन पर प्रशासन के द्वारा लिखे गए नाम से विद्यालय की पहचान तो होगीं। साथ ही दोनों गांवों का नाम अंकित होने से दोनों गांवों के ग्रामीणों में हर्ष है।
Published on:
13 Jan 2023 02:16 am
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