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video : उदयपुर में ह‍िस्‍ट्रीशीटर को उड़ाने की दी गई थी सुपारी, इसल‍िए नकाबपोशों ने क‍िया था हमला..पुल‍िस मास्‍टरमाइंड की तलाश में जुटी

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sangria anil kumar jatt firing news

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मो. इल‍ियास/उदयपुर. बापूबाजार के भीड़भाड़ वाले इलाके में सोमवार शाम बाइक सवार दो नकाबपोश युवकों ने प्रोपर्टी डीलर हिस्ट्रीशीटर कन्नू कुमावत पर फायरिंग कर सनसनी फैला दी। घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर खड़े चेतक वाहन के पुलिस जवानों की नजर पड़ते ही उन्होंने जीप से पीछा कर आरोपियों को टक्कर मारते हुए नीचे गिराया लेकिन वे उठकर दौड़ पड़े। जवानों ने पीछा कर एक आरोपी को पकड़ लिया तो उसने छूटने के लिए कांस्टेबल पर ही पिस्टल तान दी। पुलिस ने उसे पिस्टल सहित पकड़ा, पूछताछ में उसने अभी कोई स्पष्ट नहीं किया। प्रारंभिक जांच में पुलिस का कहना है कि फायरिंग लेनदेन या प्रोपर्टी विवाद में ही किसी ने भाड़े के आरोपियों को उसे उड़ाने की सुपारी दी। फरार आरोपी के पकड़ में आने के बाद ही पूरा खुलासा हो पाएगा।

कार की खिडक़ी पर हुआ फायर
कन्नू कुमावत ने पुलिस को बताया कि वह शाम करीब 5.30 बजे नाड़ाखाड़ा स्थित कार्यालय से कार से घर जा रहा था। बापूबाजार में एक फल विक्रेता से बात कर रहा था तभी बाइक पर दो नकाबपोश युवक उसके पास आए। एक ने पिस्टल निकालकर फायर कर दिया। गोली कार की खिडक़ी में छेदकर कुमावत के हाथ पर जा लगी। दूसरे फायर करने से पहले कुमावत ने कार को तेज गति से आरोपियों की तरफ दौड़ाई तो बाइक से बापूबाजार की तरफ भाग निकले। इस बीच कुमावत सीधा सूरजपोल उपाधीक्षक कार्यालय पहुंच गया। डिप्टी ने उसे अस्पताल पहुंचाया।

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अब तक जांच
पुलिस का कहना है कि पंकज के पास पिस्टल मिली है, पूछताछ में फरार आदित्य के पास भी अलग से पिस्टल होना स्वीकार किया है। दोनों के पास अलग-अलग पिस्टल होने का मतलब उसे घटना के बारे में सब पता है।
दोनों आरोपी बाहरी राज्य के होकर मजदूर पेशा है। पुलिस के अनुसार किसी ने इन्हें कुमावत की सुपारी दी है।
पंकज के पास कपड़ों का बैग भी मिला है, इससे वारदात के बाद आरोपी उदयपुर छोडकऱ फरार होने वाला था।
हिस्ट्रीशीटर कन्नू कुमावत ने पूछताछ में उसने किसी से विवाद के बात से साफ इनकार किया है लेकिन पुलिस अधिकारी का मानना है कि वह अम्बामाता थाने का हिस्ट्रीशीटर होकर शुरूआत से विवादस्पद रहा है। उसके प्रोपर्टी के अलावा लेनदेन के कई मामले में है।
पुलिस तकनीकी सहायता से कन्नू कुमावत व उसके सम्पर्क आरोपियों का पता लगाने में जुटी है।
कन्नू कुमावत के खिलाफ शहर के छह थानों में जानलेवा हमला, आम्र्स एक्ट, धोखाधड़ी सहित करीब 21 मामले दर्ज है। इनमें सात मामले न्यायालय में विचाराधीन है। पुलिस इन मामलों से जुड़े पक्ष को भी टटोल रही है।