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खम्मा घणी हुकुम:पधारो म्हारे देश

- 29 देशों के 350 से अधिक मेहमानों का होगा स्वागत- मेहमानाें का आना शुरू

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खम्मा घणी हुकुम:पधारो म्हारे देश

खम्मा घणी हुकुम:पधारो म्हारे देश

भुवनेश पण्ड्या

मेवाड़ में समाहित देश की सभ्यता, संस्कृति और आतिथ्य संस्कार की झलक रविवार को निखर उठेगी। जी-20 सम्मेलन को लेकर झीलों के शहर उदयपुर की फि़जां बदलकर मेहमानवाजी में रम जाएगी। 29 देशों के प्रतिनिधियों का आगमन होगा, तो हर किसी का मन मेहमानों के स्वागत में भावनाओं से ओत-प्रोत हो जाएगा। सिर अभिनन्दन में नतमस्तक और हाथ जोड़कर बोलेंगे पधारो सा...खम्मा घणी...।

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जी-20 समिट की प्रथम शेरपा बैठक में आनेे वाले विभिन्न देशों के शेरपा, राजदूत एवं वरिष्ठ प्रतिनिधियों के पारम्परिक तरीके से अगवानी करने के लिए पर्यटन विभाग ने जोर शोर से तैयारी पूरी कर ली है। पर्यटन विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड ने बताया कि शेरपा बैठक में आने मेहमानों के एयरपोर्ट पर स्वागत से लेकर 4 से 7 दिसम्बर को पर्यटन विभाग द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।

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महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर लोक कलाकार करेंगे स्वागत

पर्यटन विभाग द्वारा उदयपुर के महाराणा प्रताप एयरपोर्ट पर मेहमानों को राजस्थान की संस्कृति से रूबरू कराने के लिए उनका स्वागत मारवाड की पारम्परिक वेशभूषा में बीकानेर के रोबिले एवं महिला लोक कलाकार करेंगे। उदयपुर एयरपोर्ट पर मेहमानों का स्वागत करने के अलावा राज्य के विभिन्न पर्यटन स्थलों से संबंधित ब्रांडिंग भी की गई है, जो अतिथियों पर राजस्थान के पर्यटक स्थलों एवं संस्कृति की अमिट छाप छोडेंगे।

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लंगा मांगणियार लोक कलाकार, गाजी खान देंगे प्रस्तुतियां:

4 से 7 दिसम्बर की शाम को पर्यटन विभाग द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। बैठक के प्रथम दिन 4 दिसम्बर की शाम होटल लीला के शीशमहल में विश्व प्रसिद्व लंगा मांगणियार लोक कलाकार, गाजी खान रंगारंग प्रस्तुति देंगे। दूसरे दिन, 5 दिसम्बर की शाम को जगमंदिर पैलेस में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘कलर्स ऑफ राजस्थान' में प्रदेश के विभिन्न लोक कलाकार विदेशी मेहमानों का मन मोहेंगे। अगले दिन, 6 दिसम्बर की शाम को उदयपुर सिटी पैलेस के माणक चौक में भारत के विभिन्न कला शैलियों पर आधारित प्रस्तुति होगी। इसी प्रकार चौथे दिन, 7 दिसम्बर की शाम की सांस्कृतिक प्रस्तुति रणकपुर में होगी।

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शिल्पग्राम में आर्ट, क्राफ्ट व कल्चर का आकर्षणशिल्पग्राम में आर्ट, क्राफ्ट व कल्चर का आकर्षण रहेगा। पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की निदेशक किरण सोनी गुुप्ता ने बताया कि यहां अलग-अलग 75 स्टॉल्स लगाई जाएगी। इसमें 100 अपनी क्राफ्ट व हस्तकला की वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाएंगे। इसमें 15 प्रकार के नृत्य दिखाएंगे तो जिला उद्योग केन्द्र की ओर से 25 स्टॉल्स भी लगाई जाएगी। मार्बल एसोसिएशन की आर्ट भी यहां मेहमानों को दिखाई जाएगी।

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दुल्हन की तरह सजी लेकसिटी

प्रशासन ने महीने भर पहले से इस आयोजन को सफल बनाने के लिए तैयारियां आरंभ कर दी थी। अब शहर का हर गली -कूंचा, सड़कें, फुटपाथ और डिवाइडर साफ-सुथरे और सजे-धजे हैं। शहर की सभी सार्वजनिक दीवारें इन अतिथियों के स्वागत अभिनंदन के लिए रंग-बिरंगे शब्द चित्रों से श्रृंगारित हैं।

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अंतरराष्ट्रीय आयोजन का साक्षी: दरबार हॉलपूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के अनुसार जी-20 शेरपा बैठक सिटी पैलेस के फतेह प्रकाश में स्थित दरबार हॉल कई राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों और महत्वपूर्ण पलों का गवाह रहा है। वर्ष 1909 में महाराणा सर फतेह सिंह बहादुर के निमंत्रण पर भारत के तत्कालीन वायसराय एवं गवर्नर जनरल लॉर्ड मिंटो का उदयपुर आगमन हुआ। 3 नवंबर, 1909 को लॉर्ड मिंटो ने पिछोला झील के पूर्वी तट पर बने दरबार हॉल की आधारशिला रखी थी। वर्ष 1909 के उस ऐतिहासिक दिन के बाद आधी शताब्दी तक दरबार हॉल में मेवाड़ राज्य के दरबार सत्र आयोजित किए गए। 1962 में तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की पत्नी जैकलीन कैनेडी का दरबार हॉल में आगमन हुआ था। यहां डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा परमाणु विकास के सिलसिले में कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। फतेह प्रकाश कन्वेंशन सेंटर 1948 में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की उदयपुर यात्रा का गवाह बना। यहीं पर 18 अप्रेल, 1948 को उदयपुर एवं मेवाड़ राज्य का संयुक्त राजस्थान में विलय हुआ तथा मेवाड़ राज्य ने भारत संघ में विलय के पत्र पर हस्ताक्षर किए। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने महाराणा भूपाल सिंह को राजपूताना के महाराज प्रमुख की शपथ दिलाई।

ऐतिहासिक संदर्भों के अनुसार 14 जनवरी 1949 को फतेह प्रकाश पैलेस तत्कालीन उप प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के आगमन का साक्षी बना। यहीं पर संयुक्त राजस्थान का पुनर्गठन किया गया।

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4 से 7 दिसम्बर की शाम को होगी राजस्थान की सांस्कृतिक प्रस्तुतियांउन्होंने बताया कि 4 से 7 दिसम्बर की शाम को पर्यटन विभाग द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। बैठक के प्रथम दिन 4 दिसम्बर की शाम होटल लीला के शीशमहल में विश्व प्रसिद्व लंगा मांगणियार लोक कलाकार, गाजी खान रंगारंग प्रस्तुति देंगे। दूसरे दिन, 5 दिसम्बर की शाम को जगमंदिर पैलेस में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘कलर्स ऑफ राजस्थान‘ में प्रदेश के विभिन्न लोक कलाकार विदेशी मेहमानों का मन मोहेंगे। अगले दिन, 6 दिसम्बर की शाम को उदयपुर सिटी पैलेस के माणक चौक में भारत के विभिन्न कला शैलियों पर आधारित प्रस्तुति होगी। इसी प्रकार चौथे दिन, 7 दिसम्बर की शाम की सांस्कृतिक प्रस्तुति रणकपुर में हाेगी।