Budget 2024 : उदयपुर. पांच दिन पहले एकादशी पर देव सोए और मंगलवार को सोने के भाव में भारी गिरावट आ गई। सोने-चांदी के भाव तीन माह पुराने स्तर पर लौट आए। मंगलवार को अचानक यह गिरावट केंद्रीय बजट में सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी कम होने से आई। भावों में भारी गिरावट से मानो सर्राफा बाजार हर्षा गया। अब आगामी शादियों के सीजन और दीपावली आदि त्योहारों के लिए खरीदारी में भारी बढ़ोतरी होगी।
उदयपुर सर्राफा एसोसिएशन के मुताबिक मंगलवार को शुद्ध सोना (999) का भाव 71 हजार 900 रुपए प्रति तोला रहा, जबकि एक दिन पहले इसका भाव 74500 रुपए प्रति तोला था। इसी तरह से होलमार्क 22 कैरेट सोने का भाव 66250 रुपए तोला रहा, जो एक दिन पहले 68 हजार रुपए प्रति तोला था। इधर, चांदी (चौरसा) का मंगलवार को भाव 86 हजार 500 बताया गया, जो एक दिन पहले तक 89 हजार रुपए प्रति किलो रहा था। चांदी का भी गिरा हुआ भाव करीब दो माह पहले रहा था।
अब क्या पड़ेगा फर्क
-कस्टम ड्यूटी कम होना सर्राफा व्यवसाय के हित में रहेगा।
-सोने-चांदी की तस्करी पर काफी हद तक रोक लग सकेगी।
-एक नम्बर में बिक्री होने से सरकार को जीएसटी ज्यादा मिलेगी।
-व्यापारी और उपभोक्ता सोना एक नम्बर में लेना पसंद करेंगे।
-बाहरी खरीद के भाव से ज्यादा फर्क नहीं रहने पर स्थानीय बिक्री बढ़ेगी।
अब तक ये हो रहा था
-रेट ज्यादा होने से लोग बिना जीएसटी के खरीदारी कर रहे थे।
-स्थानीय भाव ज्यादा होने से लोग विदेश से सोना खरीद ला रहे थे।
-दर ज्यादा होने की स्थिति में लोग इन दिनों खरीदारी कम कर रहे थे।
-बाजार में बिना बिल, बिना जीएसटी आदि के अलग-अलग भाव थे।
-भाव में तेजी पर लोग निवेश के तौर पर सोना-चांदी कम खरीद रहे थे।
'केंद्र सरकार ने सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी कम की तो भाव में गिरावट आई है। इससे सर्राफा बाजार में खरीद बढ़ेगी। यह स्थिति सर्राफा बाजार के लिए और ग्राहकों के लिए भी अच्छी है। करीब तीन माह पहले के भाव वापस आ गए हैं। ऐसे में इस भाव पर खरीदारी करना अच्छा रहेगा। निवेश के लिए अभी सही समय है।'- यशवंत आंचलिया, अध्यक्ष, उदयपुर सर्राफा एसोसिएशन '
आमजन के लिए खुशखबरी है। सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी कम करने से भाव में काफी कमी आई है। इससे बाजार में खरीद बढ़ेगी। आगामी त्योहारों तथा शादियों की खरीदारी अभी से शुरू हो जाएगी। सर्राफा बाजार में उत्सवी माहौल रहने के आसार है। सोने की तस्करी पर रोक लगेगी और व्यापार सुचारू रूप से चलेगा। उपभोक्ता बिल में ज्वेलरी लेने को प्रोत्साहित होंगे, जो कि अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है।'- डॉ. महेंद्र सोजतिया, संचालक, सोजतिया ज्वेलर्स
Updated on:
24 Jul 2024 05:15 pm
Published on:
24 Jul 2024 05:14 pm