
उदयपुर . गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया के गृह एवं निर्वाचन क्षेत्र में ही अपराधी इतने बेखौफ हो गए हैं कि छोटी-छोटी सी बात के लिए मर्डर हो रहे हैं, वहीं दिन दहाड़े फायरिंग कर अपराधी चम्पत हो जाते हैं और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठे रहती है। चेन स्नैचिंग, मारपीट, चोरी, छेड़छाड़ की घटनाएं तो आम बात हो गई हैं। शांत शहर में लगातार बढ़ रहे अपराध से लोगों में दहशत का माहौल बन गया है। मानों उदयपुर में अपराध और दहशत के मानसून डेरा डाले चुका हो।
देर शाम पुलिस को मिले ठोस सुराग, 48 गरदुल्लों से पूछताछ, अभय कांड साबित हुई नाकारा
आबकारी विभाग के ओएस यशवंत शर्मा की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस शुक्रवार को दिनभर सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लॉकेशन के आधार पर आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश में लगी रही। देर शाम पुलिस को पूछताछ के आधार पर ठोस सुराग मिले, जिससे वह इस हत्याकांड के शीघ्र खुलासे के दावे कर रही है।
इससे पूर्व पुलिस ने प्रथमदृष्टया लूट के इरादे से हत्या करना मानते हुए शहर के तमाम गरदुल्लों को उठाकर पूछताछ की। एएसपी हर्ष रत्नू के निर्देशन में सूरजपोल थाना पुलिस ने रिकार्ड में दर्ज 48 गरदुल्लों को उठाया और उनसे विस्तृत पूछताछ की ताकि वारदात के समय की उनकी लॉकेशन टटोली जा सके। प्रारंभिक पूछताछ में इनसे पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला।
अभय कमांड
अपराधियों की धरपकड़ के लिए प्रदेशभर में राज्य सरकार ने अभय कमांड के तहत प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे लेकिन इनकी घटिया क्वालिटी के कारण ये निरर्थक साबित हो रहे हैं। यशवंत शर्मा हत्याकाण्ड में आरोपी वैन को उदियापोल से सूरजपोल चौराहे होते हुए फतह स्कूल के पीछे वाले मार्ग की तरफ ले गए थे। चौराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरों में यह वैन तो नजर आ रही है लेकिन पिक्चर क्वालिटी इतनी घटिया है कि नम्बर तक नजर नहीं आ रहे हैं। ऐसे में पुलिस को इन कैमरों से ज्यादा मदद नहीं मिल रही है। यह जरूर पता चला है कि वैन के पीछे नम्बर प्लेट नहीं थी।
यह है मामला
गौरतलब है कि गुरुवार देर रात को हिरणमगरी सेक्टर 3 निवासी यशवंत शर्मा, अपनी बेटी नेहा और दोहिते विहान के साथ अहमदाबाद से बस के जरिये एक बजे उदियापोल पहुंचे थे। जहां पर वे टैक्सी का इंतजार कर रहे थे, तभी वैन में आए लोगों ने उन्हें हिरणमगरी छोड़ देने की बात कहते हुए बिठा लिया।
बाद में वे वैन को फिशरीज कॉलेज की तरफ सुनसान मार्ग पर ले जाने लगे तो शर्मा ने इसका विरोध किया। इस पर कार में सवार चार जनों में से आगे बैठे अपराधी ने शर्मा पर चाकूओं से हमला कर दिया, जबकि अन्य ने नेहा और विहान को पकड़े रखा। अत्यधिक रक्तस्राव होने से यशवंत की मौके पर मौत हो गई। आरोपी नेहा और विहान को चलती गाड़ी से पटक कर फरार हो गए। हत्यारे यशवंत और नेहा का मोबाइल एवं पर्स लूट ले गए।
अहम सुराग हाथ लगे है और हत्याकाण्ड का जल्द खुलासा कर दिया जाएगा। पुलिस आरोपियों के बेहद करीब पहुंच गई है।
राजेन्द्रप्रसाद गोयल, पुलिस अधीक्षक
Published on:
30 Jun 2018 01:30 pm
बड़ी खबरें
View Allउदयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
