उदयपुरPublished: Nov 08, 2023 10:07:20 am
Akshita Deora
Real Life Motivational Story: महज साढ़े तीन साल की उम्र में आंखों की रोशनी खो देने के बावजूद दर्पण ने अपना जज्बा नहीं खोया और आम बच्चे की तरह न केवल सीए की परीक्षा उत्तीर्ण की, बल्कि उससे दो कदम आगे बढ़ते हुए शतरंज में देश का मान बढ़ाया और चीन में पैरा एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक हासिल किया।
मोहम्मद इलियास Motivational Story: महज साढ़े तीन साल की उम्र में आंखों की रोशनी खो देने के बावजूद दर्पण ने अपना जज्बा नहीं खोया और आम बच्चे की तरह न केवल सीए की परीक्षा उत्तीर्ण की, बल्कि उससे दो कदम आगे बढ़ते हुए शतरंज में देश का मान बढ़ाया और चीन में पैरा एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक हासिल किया।
उदयपुर निवासी दर्पण फिलहाल बड़ौदा में व्यवसायरत अपने माता-पिता के साथ रह रहा है। उदयपुर में जन्मे दर्पण ने अपनी शिक्षा बड़ौदा से ही की। हाल ही उसने चीन के हांगझाऊ में पैरा एशियन गेम्स में अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उसने देश व स्वयं के लिए स्वर्ण पदक हासिल किया। दर्पण ने वहां पुुरुषों की बी-1 कैटेगरी की टीम स्पर्धा में बाजी मारी।