
कांग्रेस प्रियंका को पीएम प्रोजेक्ट करे तो अच्छा होगा
भुवनेश पंड्या
उदयपुर. कांग्रेस यदि प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री का चेहरा बनाती है तो इसका लाभ पार्टी को जरूर मिलेगा। वह अच्छी वक्ता हैं, लोगों का उनसे जुड़ाव भी बढ़ रहा है और लोग उनमें इंदिरा गांधी की छवि देखते हैं। यह बात दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, पूर्व मंत्री व दिल्ली विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. योगानन्द शास्त्री ने पत्रिका से विशेष बातचीत में कही। शास्त्री उदयपुर यात्रा पर आए थे। प्रस्तुत है उनसे बातचीत के कुछ अंश...।
------
पत्रिका : कांग्रेस में यदि राहुल गांधी व सोनिया गांधी को छोड़ दिया जाए तो कौन सा ऐसा नेता है जिसे प्रधानमंत्री के रूप में दिखाया जा सकता है?
शास्त्री: कांग्रेस यदि प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री का चेहरा बनाती है तो इसका लाभ पार्टी को जरूर मिलेगा। वह अच्छी वक्ता हैं, लोगों का उनसे जुड़ाव भी बढ़ रहा है और लोग उनमें इंदिरा गांधी की छवि देखते हैं। राहुल गांधी फिलहाल इसके लिए तैयार नहीं हैं।
-----
पत्रिका: वर्तमान में कांग्रेस व भाजपा की स्थिति देखते हुए धड़ेबाजी बहुत है, क्या यह कहना गलत नहीं होगा ?
शास्त्री: हर पार्टी में धड़ेबाजी है। कांग्रेस के लिए तो यही कहना होगा कि आत्ममंथन कर गलतियों को सुधारेंगे नहीं तो बेहतर स्थितियां नहीं बनेंगी। मोदी जी का वर्चस्व अभी है, वहां भी दो गुट है। कांग्रेस को चाहिए कि वह सक्षम लोगों को कमान सौंपे। किसी काम को समय रहते नहीं करेंगे तो काल उसके रस को पी जाएगा। इसके बाद आप इसे करें या नहीं करें इसका कोई अर्थ नहीं है।
-------
पत्रिका: राजस्थान में कांग्रेस में हो रही खींचतान को किस अर्थों में देखते हैं, पहले मध्यप्रदेश की तस्वीर सबके सामने हैं, यहां समाधान कैसे निकलेगा ?
शास्त्री: सभी को साथ लेकर चलना होगा, सफलता तभी मिलेगी। राजस्थान में पहले ठीक किया था, लेकिन वह वापस बिगडऩे की स्थिति बन रही है। प्रभारी अजय माकन संभवतया सही कर लेंगे, ऐसा लग रहा है। जो मुख्यमंत्री बन जाता है, वह यह समझता है कि सब कुछ मेरे हाथ में होना चाहिए। केन्द्र में मोदी की भी यही प्रवृत्ति है।
------
पत्रिका: दिल्ली में क्या सब कुछ सही चल रहा है, जनता केजरीवाल सरकार के साथ है?
शास्त्री: दिल्ली में लालच का काम चल रहा है। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने बिजली व पानी के बिल जरूर कम किए हैं, बुजुर्गों को नि:शुल्क यात्रा करवाई है, लेकिन वह स्वयं कोई पोर्टफोलियो लेकर नहीं बैठे हैं, विकास से ज्यादा काम उनका राजनीति में निकल जाता है। कांग्रेस को अगले वर्ष कॉरपोरेशन के चुनावों में कड़ी मेहनत करनी होगी।
-----
अटल बिहारी, आडवाणी व मोदी की भाजपा में क्या अंतर है?
ये चर्चा हमेशा से रही है कि अब तक के श्रेष्ठ प्रधानमंत्री भाजपा में अटलबिहारी वाजपेयी रहे। जवाहरलाल नेहरू प्रशंसा कर चुके थे तो वाजपेयी ने इंदिरा गांधी को दुर्गा कहा था। अब वह चीजें मरती जा रही है। लालकृष्ण आडवाणी ने छोटी बात नहीं की, किसी से द्वेष नहीं रखा। वर्तमान राजनीति में सभी मायने बदल गए है। मोदी बेहतर इवेंट मैनेजर हैं। वह अमरीका गए तो जाने से पहले मेडिसन स्क्वेयर के लिए पहले से ही यहां से हजारों लोग भेज दिए गए।
Published on:
08 Jul 2021 09:33 am
बड़ी खबरें
View Allउदयपुर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
