
jagannath rathyatra
उदयपुर. प्रतिवर्ष आषाढ़ सुदी द्वितीय (इस वर्ष दि. 12 जुलाई 2021) पर सोमवार को जगन्नाथ रथयात्रा इस वर्ष भी मंदिर परिसर में ही निकलेगी। कोरोना महामारी को ध्यान में रखकर पुजारी परिवार द्वारा पारम्परिक रथयात्रा निकाली जाएगी। इस अवसर पर पुजारी परिषद् के आसरे द्वार पुजारी गजेन्द्र ने बताया कि मंदिर परिसर में रथयात्रा पारम्परिक रूप से शाम पांच बजे निकाली जाएगी। इससे पूर्व रविवार को जगन्नाथ रथयात्रा मार्ग को केसरिया पताकाओं से सजाया गया। साथ ही मंदिर में आकर्षक विद्युत सज्जा की गई। रथयात्रा के दिन जगदीश मंदिर को दोपहर 2 बजे आमजन के लिए बंद कर दिया जाएगा। दो बजे बाद मंदिर में भक्तों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। रथयात्रा का सीधा प्रसारण सोशल मीडिया के माध्यम से किया जाएगा।
जगन्नाथ स्वामी ने 15 दिन बाद गणेश रूप में दिए दर्शन
जगन्नाथ धाम सेक्टर-7 में कोरोना प्रोटोकॉल गाइडलाइन अनुसार रविवार को भगवान जगन्नाथ स्वामी का प्राकट्य उत्सव मनाया गया। भगवान जगन्नाथ ने 15 दिन की बीमारी के बाद भक्तों को नए कलेवर वेश में गणेश रूप में दर्शन दिए। इस अवसर पर केवल मंदिर समिति के सदस्य ही उपस्थित थे। भक्तों ने अपने-अपने घरों से सोशल मीडियाके माध्यम से लाइव दर्शन किए। इस अवसर पर छप्पन भोग धराए गए।
जगन्नाथ धाम सेक्टर- 7 के संरक्षक डॉ. प्रदीप कुमावत ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते सेक्टर 07 से निकलने वाली जगन्नाथ रथ यात्रा शहर में नहीं निकलेगी। केवल मंदिर परिसर में ही मंदिर समिति के पदाधिकारियों द्वारा ही प्रात: काल 11.30 बजे निकाली जाएगी। जगन्नाथ धाम पुरी की तरह तीन विभिन्न हल्के रथों में बैठ जहां भक्त परिक्रमा करते हैं वहीं भगवान भी यात्रा करेंगे। भक्तों का मन्दिर प्रवेश निषेध रहेगा। प्राकट्य उत्सव पर अध्यक्ष भूपेन्द्रसिंह भाटी, शिवसिंह सोलंकी, दिनेश मकवाना, रमेश ललवानी, दया शंकर पानेरी, रणवीर सिंह, गोपाल सोनी आदि सहित मन्दिर समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।
इस्कॉन भक्त आज करेंगे सांकेतिक हरि संकीर्तन
इस्कॉन मंदिर उदयपुर के तत्वावधान में रथ यात्रा के पूर्व दिवस रविवार को दिन में भगवान जगन्नाथ मंदिर की परम्परानुसार सफाई मार्जन किया। पुरी में होने वाले गुण्डिचा मंदिर मार्जन की तरह नवरत्न काम्प्लेक्स इस्कॉन मंदिर में भी केवल पुजारी एवं चुनिन्दा भक्तों ने जगन्नाथजी के आने के उपलक्ष्य में अपने हाथों से मंदिर के पवित्र आंगन का मार्जन कर साफ-सफाई की। मंदिर प्रबंधक मायापुरवासी दास ने बताया कि प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार रथयात्रा महोत्सव को अत्यंत सूक्ष्म करते हुए आयड़ में नव निर्माणाधीन इस्कॉन जगन्नाथ मंदिर की पवित्र भूमि में सिर्फपुजारी एवं सीमित इस्कान भक्तों के द्वारा प्रात: जगन्नाथजी के भजनों के साथ हरि नाम महामंत्र कीर्तन किया जाएगा।
Published on:
12 Jul 2021 04:13 pm
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