
उदयपुर. राजधानी जयपुर के आमेर में वॉच टावर पर बिजली गिरने की घटना से हुई जनहानि से सबको डरा दिया है। इस घटना के बाद पर्यटन स्थलों, ऐतिहासिक पुरा महत्व वाले स्थानों से लेकर सरकारी भवनों में सुरक्षा की दृष्टि से तडि़त चालक पर पड़ताल की तो सामने आया कि कई स्थानों पर यह नहीं लगाया गया है। जयपुर की घटना के बाद तो सज्जनगढ़ के टॉप पर लगे तडि़त चालक की जांच भी की गई। उदयपुर में भी ऊंचाई वाले स्थानों व कई सरकारी कार्यालयों में अभी तडि़त चालक नहीं है।
इन ऐतिहिासिक स्थलों व सरकारी इमारतों के ऊपर तडि़त चालक की व्यवस्था नहीं होने से कभी भी जयपुर जैसी जनहानि हो सकती है। चूंकि इन सरकारी कार्यालयों पर हर दिन दूर-दराज से सैकड़ों लोग कामकाज के सिलसिले में पहुंचते हैं। शहर में अधिकांश सरकारी भवनों में तो तडि़त चालक लगा ही नहीं और जहां लगा भी है तो बहुत पुराना या खराब हो चुका है।
जिला मुख्यालय पर जनजाति व संभागीय आयुक्त कार्यालय की बिलिडंग पर तडि़त चालक नहीं लगा है वहां अर्थ सिस्टम कर रखा है। कलक्ट्री परिसर में कलक्ट्री की तरफ वाले भवन पर नहीं लगा है लेकिन परिसर में ही जिला परिषद की बिल्डिंग पर लगा है। नगर निगम के भवन में सालों पहले लगा हुआ पहले का लगा हुआ है, वह चालू है या नहीं यह तकनीकी टीम चेक करेगी। यूआईटी में प्लान शाखा के ऊपर लगा रखा है। सज्जनगढ़ स्थित मानसून पैलेस के ऊपरी गुम्बज पर तडि़त चालक लग रहे है। जयपुर की घटना के बाद सोमवार को वहां स्थानीय स्टाफ ने जाकर तकनीकी उसको जाकर संभाला भी।
जाने तडि़त चालक के बारे में
तडि़त चालक एक धातु की चालक छड़ होती है। इसे ऊंचे भवनों में आकाशीय बिजली से रक्षा के लिए लगाया जाता है। इसे भवनों के सबसे ऊपरी हिस्से में स्थापित किया जाता है। इसे एक चालक तार से जोड़ा जाता है। ये चालक तार नीचे लाकर धरती में कनेक्ट किया जाता है, इससे तडि़त चालक छड़ को अर्थ मिलता है और आसमानी बिजली से इमारत महफूज रहती है।
ऊंची इमारतों व पर्यटन स्थलों पर लगें तडि़त चालक
उदयपुर शहर में ऊंची इमारतों से लेकर पर्यटक स्थलों व पुरा महत्व वाले स्थानों पर आकाशीय बिजली से बचाव के लिए तडि़त चालक जरूर लगाना चाहिए। उदयपुर में पर्यटन स्थल बड़ी संख्या में है और यहां पर्यटकों की आवाजाही भी बहुत रहती है।
पर्यटन स्थलों पर बेहतर प्रबंध की मांग
उदयपुर. आमेर में रविवार को बिजली गिरने से हुई मौतों पर कांग्रेस मीडिया सेन्टर अध्यक्ष पंकज कुमार शर्मा ने दु:ख जताया। उन्होंने कहा कि खराब मौसम के चलते वे ऊंचे स्थानों पर जाने से बचें और विशेषकर बच्चों को न साथ ले जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से झीलों एवं पहाड़ों के आस-पास पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की सुरक्षा के लिए और बेहतर इंतजाम करने की मांग की। कांग्रेस मीडिया सेन्टर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में मुकेश जाट, टीना डांगी, दक्ष, जालमसिंह, रमेश जोशी, दुर्गेश मेनारिया व एन के शर्मा सहित आदि उपस्थित थे
Published on:
13 Jul 2021 11:22 am
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