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पुरुषार्थ करने से भाग्य भी बदल जाते हैं

भक्तामर विधान

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पुरुषार्थ करने से भाग्य भी बदल जाते हैं

पुरुषार्थ करने से भाग्य भी बदल जाते हैं

बड़ावली. (उदयपुर). आचार्य सुनील सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में सकल दिगम्बर जैन बीसा नरसिंहपुरा समाज बड़ावली द्वारा दूसरे दिन मंगलवार को भक्तामर विधान किया गया। सुबह ससंघ का भक्ति पूर्वक गांव के चौके में आहार विधि हुई। पूरे गांव में से स्वामिन नमोस्तु आहर जल शुद्ध जल की ध्वनि से गुंजायमान हुआ। इस अवसर पर मंगलवार को प्रात: स्थानीय चन्द्रप्रभु मन्दिर में मूलनायक चन्दप्रभु भगवान एवं आदिनाथ भगवान का अभिषेक एवं शान्तिधारा आचार्य के मंत्र उच्चारण के साथ हुई। बाद में दिनेश झूठावत एवं प्रभुलाल मेहता द्वारा की गई मध्यान्ह में आयोजित भक्तामर महामण्डल विधान के तहत इन्द्र इन्द्राणियों के समूह द्वारा प्रतिष्ठाचार्य विनोद पगारिया के मंत्रोच्चारण के साथ भक्तामर विधान मंडल पर प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान को अष्ट द्रव्य श्रीफल युक्त 48अर्ध समर्पित किये गये। दोपहर की सभा में आचार्य ने कहा कि इस धरा का, इस धरा पर, धरा ही रह जायेगा, जिंदगी भर का, कमाया साथ में क्या जाएगा, यह सुअवसर खोदिया तो अंत में पछताएगा। ज्ञानियों, आत्मार्थियों, सावधान हो जाइये। पुरुषार्थ करने से भाग्य भी बदल जाते हैं। उन्होंने कहा कि भावनाएं हमें खींचती हैं, जैसी भावना करोगे, वैसा ही भाव बनेगा। और जैसा भाव बनने वैसा ही होगा।