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अब प्रत्येक कॉलेज को लेना होगा एआईएसएचई पोर्टल से कोड

एआईएसएचई पोर्टल पर दर्ज करवाना होगा नाम यदि छात्रवृत्ति से स्टूडेंट्स चूका तो जिम्मेदारी कॉलेज प्राचार्य की

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एआईएसएचई पोर्टल पर दर्ज करवाना होगा नाम

अब प्रत्येक कॉलेज को एआईएसएचई पोर्टल पर खुद का नाम दर्ज करवाकर अनिवार्य रूप से कोड लेना होगा। इस संबंध में सरकार ने हर कॉलेज के लिए आदेश जारी कर दिया है। इस दायरे में सभी सरकारी, निजी और बीएड कॉलेज आएंगे।

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ऑल इंडिया सर्वे के लिए मशक्कतयह तैयारी नए रूप में की जा रही है, ताकि ऑल इंडिया सर्वे में किसी प्रकार की परेशानी न हो।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय के लिए ऑल इंडिया सर्वे ऑन हायर एज्यूकेशन नवीन सत्र के लिए शुरू हो गया है। इस ऑनलाइन सर्वे के लिए सर्वप्रथम एआईएसएचई पोर्टल पर महाविद्यालय को रजिस्टर करवा कर यहां से कोड प्राप्त करना जरूरी है। यह एआईएसएचई कोड राज्य एवं भारत सरकार के छात्रवृत्ति पोर्टल पर नाम जोड़े जाने के लिए बेहद जरूरी है।- यदि एआईएसएचई कोड की वजह से कोई विद्यार्थी छात्रवृति से वंचित रह जाता है, तो उसकी सभी प्रकार की जिम्मेदारी संबंधित महाविद्यालय के प्राचार्य की होगी। अगर महाविद्यालय को एआईएसएचई कोड पहले से ही मिला हुआ है उन्हें दोबारा नाम जुड़वाने की जरूरत नहीं है।

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जो कॉलेज पंजीकृत नहीं है तो तत्काल ऐसे जुडे़...

ऐसे महाविद्यालय, जिनके नाम एआईएसएचई पोर्टल पर रजिस्टर नहीं है वे तत्काल अपने कॉलेज का नाम पोर्टल (http://aishe.nic.in) के मुख्यपृष्ठ पर अंकित रिक्वेस्ट फॉर एडिंग इंस्टीट्यूट लिंक AISHE https://dcf.aishe.nic.in/addnewinstitute/#/ पर क्लिक कर अपने महाविद्यालय व महाविद्यालय के नोडल ऑफिसर में सम्बंधित जानकारी भरें। साथ ही महाविद्यालय की राज्य सरकार की लेटेस्ट एनओसी, विश्वविद्यालय का लेटेस्ट एफिलेशन लैटर एक साथ अपलोड करना होगा। इसके बाद राज्य नोडल अधिकारी व विश्वविद्यालय नोडल अधिकारी से स्वीकृति के बाद एआईएसएचई. एमएचआरडी नई दिल्ली द्वारा नाम जोड़ा जाएगा।

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नीति के अनुसार कार्य करना होगा...

समस्त निजी महाविद्यालयों की राज्य सरकार की एनओसी नीति अनुसार वेब डीसीएफ अपलोड करना अनिवार्य किया जा चुका है। इससे पूर्व महाविद्यालय का नाम एआईएसएचई पोर्टल पर दर्ज किया जाना जरूरी है। इस संबंध में सम्पर्ण जानकारी व गाईडलाइन्स पोर्टल पर उपलब्ध हैं। यह आदेश एमएचआरडी की डिप्टी डायरेक्टर डॉ. अर्चना शुक्ला ने जारी किए हैं।