
उदयपुर . निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को लेकर आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा। पूरे मेवाड़ सहित राजस्थान और अब पूरे देश में विरोध के स्वर गूंजने लगे हैं। गुरूवार को फिल्म के विरोध में जनता सेना राजस्थान कुराबड खंड के पदाधिकारियों द्वारा कुराबड़़ नायब तहसीलदार को राष्ट्रपति के नाम फिल्म को रूकवाने को लेकर ज्ञापन सौंपा। पहले रैली निकाली और भंसाली हाय-हाय के नारे लगाए गए। खंड अध्यक्ष कल्याणसिंह जगदीश वैष्णव आदि के नेतृत्व में कई कार्य कता मौजूद रहे। इधर, लूणदा रावला चौक में पद्मावती फिल्म को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। संजयलीला भंसाली की पुतला फूंका गया लूणदा से वाहन रैली के रूप में कानोड़ पहुंच कर नायब तहसीलदार को ज्ञापन दिया गया। वहीं, कानोड़ में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने निर्माता संजय लीला भंसाली का पुतला जलाकर नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारियों का कहना है कि रानी पद्मिनी पूरे देश की नारियों के सम्मान का प्रतीक हैं । अपने सतीत्व की रक्षा के लिए रानी पद्मिनी ने जौहर कर उच्च आदर्श प्रस्तुत किया ।उच्च त्याग और बलिदान के कारण रानी पद्मिनी को आज की देवी के रूप में पूजा जाता है।महासभा ने चेतावनी दी है कि किसी भी हाल में इस फिल्म का प्रदर्शन नहीं होने दिया जाएगा । वहीं पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि निर्देशकों को लोगों के जज्बातों का ध्यान रखना चाहिए। पवित्रता को मनोरंजन का साधन बनाना सही नहीं। मेवाड़ ने फिल्म के विरोध को जायज बताया लेकिन उन्होंने लोगों से अपील की के शांतिपूर्ण तरीके से समस्या का समाधान निकालें ।वही करणी सेना के प्रधान संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी ने पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह मेवाड़ से फिल्म को लेकर मुलाकात की । विश्वराज सिंह मेवाड़ ने के ट्रेलर में दिखाए गए नृत्य को लेकर नाराजगी जताई ।ट्रेलर को राजपूत मर्यादा के विपरीत बताया।
Published on:
16 Nov 2017 02:52 pm
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