जब इस बात का पता अभिभावकों को लगा तो सोमवार को माहौल गर्मा गया। कई अभिभावक स्कूल पहुंच गए और स्कूल प्रबंधन के साथ उलझ पड़े। अभिभावकों ने उपखंड अधिकारी अनिल शर्मा को भी इसकी शिकायत की। अभिभावकाेें ने स्कूल प्रबंधन को खरीखोटी सुनाई। इसके बाद प्रधानाचार्य जितेन्द्र सिह चुण्डावत सामने आए और कहा कि ड्रेस कोड में सभी को रहना पड़ेगा। अभिभावकों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से करने की बात कही है। प्राचार्य की बात पर आक्रोश बढ़ गया और करीब दो घंटे तक हंगामा चलता रहा । लोगोंं ने कई छात्रों से चर्चा की जिन्होंने अध्यापकों द्वारा स्वेटर उतरवाने की बात कही ।
READ MORE : उदयपुर के एक होटल का मिनी जू हुआ पूर्णतया बंद, चीतल बाघदड़ा छोड़े बाघदड़ा नेचर पार्क में हंगामा बढ़ता देख प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी। माैके पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित लोगों को शांत किया। बाद में अभिभावक सहित नगरवासी पुलिस थाने पहुंचे जहां माैैैजूद थानाधिकारी राजेन्द्र कुमार गोदारा को ज्ञापन देेेते हुए कार्यवाही की मांग की । वहीं एसडीएम वल्लभनगर, जिला कलेक्टर सहित विभाग अधिकािरियो को पत्र भेजकर मामले की जांच करवा कार्यवाही की मांग करते हुए स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग की । गौरतलब है कि इस विद्यालय में शनिवााार रसुबह प्रार्थना सभा में ही बच्चों को स्वेटर उतारने का फरमान सुना दिया गया। तेज ठंड और सर्द हवा के बीच बच्चे दिनभर ऊनी कपड़ों से दूर रहे। इन्होंने घर लौटकर घटनाक्रम बताया। अभिभावकों के अनुसार स्कूल प्रबंधन ने इसी साल स्कूल ड्रेस में बदलाव किया है। इसलिए कई अभिभावक विद्यालय से नए स्वेटर नहीं खरीद पाए।