
Kotra_udaipur
आदिवासी बाहुल्य कोटड़ा Kotra क्षेत्र को काला पानी माना जाता है। आजादी के 72 साल बाद भी वहां सरकारी कार्मिक नौकरी करने को राजी नहीं है। कई कार्मिकों के तबादले किए जाते लेकिन अधिकांश कर्मचारी कार्यभार ग्रहण करने ही नहीं पहुंचते है लेकिन अब कोटड़ा को बदलने की तैयारी की जा रही है। उदयपुर लगाए नए कलक्टर IAS ताराचंद मीणा ने काला पानी का दाग खत्म करने के लिए प्रयास शुरू किए है। संभागीय आयुक्त IAS राजेन्द्र भट्ट भी कोटड़ा गए और बोले कि बहुत कुछ बदल सकते है।
कोटड़ा को बदलने और उसके विकास को लेकर प्रशासन के हाथ में लिए मिशन को साकार करने अब संभागीय आयुक्त राजेन्द्र भट्ट भी रविवार को वहां गए। भट्ट व कलक्टर ताराचंद मीणा ने संडे कोटड़ा में बिताया। कोटड़ा तक पहुंच आसान हो उसके लिए रोडवेज बसों की कनेक्टिविटी बढ़ाने के साथ ही वहां रहने वाले लोगों को पलायन नहीं करना पड़े इसके लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने पर जोर दिया। साथ ही कोटड़ा को टूरिज्म से जोडऩे के लिए कोटड़ा फेस्टिवल का आयोजन भी किया जाएगा।
संभागीय आयुक्त भट्ट व कलक्टर मीणा सहित जिला स्तरीय अधिकारी कोटड़ा दौरे पर रहे। आयुक्त ने जनजाति अंचल कोटड़ा के समेकित विकास पर जोर दिया। समीक्षा के दौरान भट्ट ने कहा कि कोटड़ा अंचल की जनजातीय संस्कृति को पर्यटन दृष्टि से प्रोत्साहित करने के लिए कोटड़ा फेस्टिवल का भी आयोजन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि टीएडी बहुत जल्द ही टीआरआई में ट्राइबल म्यूजियम बना रहा है, यहां पर कोटड़ा ट्राइबल हट बनाई जाएगी, इसमें यहां की जनजातीय संस्कृति की झलक प्रस्तुत की जाएगी। उन्होंने टीएडी स्पोट्र्स में टूरिज्म को जोडऩे और टूरिज्म विलेज विकसित करने का सुझाव दिया।
आरम्भ में पुलिस उपाधीक्षक कुशल चोरडिय़ा व विकास अधिकारी धनपत सिंह ने पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। बैठक दौरान जिला परिषद सीईओ मयंक मनीष, प्रधान सुगना देवी, एसडीएम नीलम लखारा आदि उपस्थित थे। उन्होंने दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल और मोटराइज्ड साइकिल प्रदान की और दिव्यांगजनों से संवाद करते उन्हें प्रोत्साहित यिा।
दौरे की खास बातें व निर्देश
1. वनोपज से बदलेगी कोटड़ा की तस्वीर
भट्ट ने कहा कि कोटड़ा का विकास करना है तो यहां के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना होगा। वहां प्राप्त होने वाली विभिन्न वनोपज से यहां के लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध करा सकते हैं। इसके लिए उन्होंने यहां प्राप्त होने वाली वनोपज की गुणवत्ता सुनिश्चित करने एवं उसकी पैकिंग से पहले बिक्री हेतु उपयुक्त मार्केट तलाशने पर जोर दिया। उन्होंने सामुदायिक वन क्षेत्र के प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए।
2. भूमिहीनों को कृषि भूमि आवंटन
उन्होंने भूमिहीन लोगों को कृषि भूमि का आवंटन करने के निर्देश दिए और कहा कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर लाभ दिया जा सकता है। उन्होंने अभयारण्य में सडक़ की समस्याओं को लेकर वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए।
3. रोडवेज बसों की जरूरत
बैठक में सामने आया कि क्षेत्र में एक ही रोडवेज बस आती है और अन्य निजी बस, जीप आदि वाहनों पर ऑवरलोडिंग की समस्या रहती है। भट्ट ने संबंधित अधिकारियों को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही करते हुए रोडवेज बसों का संचालन बढ़ाने व आवागमन के प्रभावी इंतजाम के निर्देश दिए। डीटीओ डॉ कल्पना शर्मा ने कहा कि अब आमजन घर बैठे लाइसेंस बनवा सकते है व 15 मिनट में लर्निग लाइसेंस बनकर तैयार हो जाता है।
4. हर्वल गुलाल के नए प्रोडक्ट का लोकार्पण
जनजाति महिला द्वारा तैयार हर्बल गुलाल को प्रोत्साहित करने के भट्ट ने निर्देश दिए। उन्होंने उपभोक्ता भंडार व अन्य संस्थाओं के माध्यम से इसकी बिक्री करने के निर्देश दिए तथा हर्बल गुलाल के नवीन प्रोडक्ट का लोकार्पण भी किया।
5. कुपोषण मुक्ति के लिए बांसवाड़ा मॉडल
बैठक में भट्ट ने भवन विहीन आंगनबाड़ी केन्द्रों को भूमि आवंटित करने के निर्देश दिए। कोटड़ा को कुपोषण से मुक्त करने के लिए उन्होंने बांसवाड़ा मॉडल को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने आयुक्त ने आंगनबाड़ी केंद्रों में वजन नापने वाली मशीनों के खराब होने पर चिंता जताई।
Published on:
14 Feb 2022 11:27 am
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