27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

छात्रसंघ चुनाव: लॉ कॉलेज में एबीवीपी के अहीर के सिर बंधा जीत का सेहरा, इतने मतों से हराया प्रतिद्वंद्व‍ियों को

www.patrika.com/rajasthan-news

2 min read
Google source verification

भुवनेश पण्ड्या/ उदयपुर. मोहनलाल सुखाडिय़ा विवि उदयपुर में शनिवार को लॉ कॉलेज छात्रसंघ के अध्यक्ष पद के लिए मतगणना हुई, इसमें ईश्वर अहीर ने अपने दो प्रतिद्वंद्वि‍यों को 18 मतों से हराकर जीत हासिल की। अहीर ने कुल 705 में से 280 वोट हासिल किए, जबकि चिराग कोठारी ने 262 वोट प्राप्त किए। इसी प्रकार एक अन्य प्रत्याशी विजाराम को 158 वोट मिले। चुनाव अधिकारी डॉ बीएल वर्मा ने बताया कि कुल 719 वोट डाले गए, इनमें से 14 वोट अवैध घोषित किए गए।

इन तीनों पर पहले से ही निर्विरोध

उपाध्यक्ष पद पर सुरेन्द्र सिंह राव निर्विरोध, महासचिव कुंदन माली निर्विरोध संयुक्त सचिव सुभजोतसिंह निर्विरोध घोषित हुए थे।

मीडिया से बनाई दूरी

मंत्रालयिक संवर्ग से लेकर सहायक कर्मचारियों की ओर से सातवें वेतन आयोग की मांग को लेकर शनिवार को विवि परिसर में प्रदर्शन चल रहा था, तो समीप ही कुलपति सचिवालय में मतगणना हो रही थी, हालांकि मतगणना को लेकर पुलिस की सुरक्षा पूरी थी। इस बार मतगणना में मीडिया से दूरी बनाए रखी। किसी भी मीडियाकर्मी को अन्दर प्रवेश नहीं दिया गया, कुछ लोगों ने प्रवेश का प्रयास किया, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया।

READ MORE : video : उदयपुर में अमित शाह के कार्यक्रमों को लेकर बीजेपी प्रदेश महामंत्री और गृहमंत्री ने लिया तैयारियों का जायजा..

जीत के बाद तुरन्त पुलिस ने बिठाया जीप में

जैसे ही अहीर जीते तो उन्हें तुरन्त पुलिस ने जीप में बिठा दिया, हालांकि कुछ देर तक समर्थक छात्रों ने नारेबाजी की, लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। मतगणना के दौरान कुछ छात्रों ने प्रशासनिक भवन परिसर में प्रवेश का प्रयास जरूर किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें बाहर ही रोक दिया।

पहले पकड़ा फिर छोड़ दिया तो जमकर मनाई खुशी

पुलिस ने पहले तो अहीर को पकड़ कर जीप में बिठा दिया था, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया गया। सभी साथी व समर्थक से.4 में मिले और उन्होंने यहां मेन रोड के समीप ही जमकर खुशी मनाई। खूब हुल्लड़ किया। कुछ देर के लिए यहां से गुजरने वालों को भी परेशानी हुई, हालांकि बाद में सभी अपने-अपने गंतव्य चल पड़े