21 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कश्मीर में आतंकियों को मार गिराया तब लगा कि देश के कुछ काम आए

26 जनवरी विशेष

less than 1 minute read
Google source verification
कश्मीर में आतंकियों को मार गिराया तब लगा कि देश के कुछ काम आए

कश्मीर में आतंकियों को मार गिराया तब लगा कि देश के कुछ काम आए

भुवनेश पंड्या

उदयपुर. उदयपुर संभाग के चित्तौडगढ़़ जिले के राशमी तहसील के ऊंचा गांव के निवासी मेजर यशोवद्र्धनसिंह भाटी कुछ माह पहले कश्मीर के बारामुला में पोस्टेड थे। बकौल भाटी आतंकियों से पांच बार आमना-सामना हुआ और कई आतंकियों को जब मार गिराया तब लगा कि हम देश के कुछ काम आ रहे हैं। ----

उदयपुर में बडग़ांव क्षेत्र के रामगिरी निवासी भाटी इन दिनों जबलपुर के प्रशिक्षण केन्द्र में कार्यरत हैं। वहां सेना में आने वाले जवानों को प्रशिक्षण देने का काम रहता है। एनसीसी एयरविंग के सिक्स राज एयर स्काउन्ड्रन में 2006 से 2008 तक रहे। इसके बाद थल सेना की 2 ग्रेनेडियर आमी वर्ष 2009 में ज्वाइन की। बकौल मेजर बचपन से ही उन्हें सेना में जाने की तमन्ना थी, इसलिए एनसीसी ज्वाइन की। उन्होंने कश्मीर का किस्सा सुनाया और कहा कि हर सैनिक वहां अपनी जान हथैली पर रखकर चलता है, लेकिन उसे हर पल गर्व का अनुभव होता है। उन्होंने वहां आतंकियों से घायल हुए अपने एक साथी की जान बचाई तो लगा कि जिस काम की मन में ठानी थी वह अब पूरा कर रहे है। कश्मीर के वह पांच ऑपरेशन वह आजीवन नहीं भूलेंगे। पिता सुभाषचन्द्र भाटी , पशुपालन विभाग से सेवानिवृत्त हुए। मां शैलकुवर गृहणी है। मेजर की एक बड़ी बहन है। पत्नी अन्नपूर्णा, बेटी लोकाक्षी छह वर्ष की है। सभी को उनपर गर्व है। एनसीसी के बारें में बताया कि व्यक्ति का जीवन एनसीसी से बदल जाता है। प्रसन्नता है कि जहां आना था, वहां आया। मातृभूमि की सेवा कर रहे है। देश के तीन कौने घूम चुके है। जहां भेजेंगे वहां जाकर सेवा करते रहेंगे।