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एफआरवी संचालकों का वेतन बताया 15 हजार, दे रहे महज 8 हजार

थानों में लगे एफआरवी संचालकों ने जताया विरोध

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वेतन संबंधी परेशानी पर पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देने पहुंचे एफआरवी संचालक।

उदयपुर. इमरजेंसी सेवाओं के लिए प्रदेशभर के थानों में लगाई गई एफआरवी (फस्र्ट रेस्पोंस व्हीकल) 112 नम्बर सेवा पटरी से उतर रही है। एफआरवी संचालकों ने सोमवार को एएसपी हेडक्वार्टर से मिलकर कम्पनी की शिकायत की। बताया कि कम्पनी ने 15 हजार वेतन बताया था, लेकिन महज 8 हजार रुपए दिए जा रहे हैं। यही नहीं पिछले 3 माह से वेतन भी नहीं मिल रहा है। पूरे मानदेय की मांग को लेकर उदयपुर जिले में लगे एफआरवी के चालकों ने विरोध स्वरूप परिवाद एएसपी को दिया। बताया कि उन्हें वेतन और वाहन के लिए डीजल, दोनों समय पर नहीं दिया जाता। कम्पनी की ओर से बहानेबाजी की जा रही है। एफआरवी पर जॉब लगाने के लिए रुपए लिए गए, जबकि जॉइनिंग संबंधी दस्तावेज भी नहीं दिया गया। कम्पनी की ओर से बिना ट्रेनिंग के ही चालकोंको थानों में भेज दिया गया।

एफआरवी का पुलिस से सीधा संबंध नहीं है। संचालन कम्पनी करती है। चालकों का कम्पनी से विवाद हो रहा है। परिवाद सूरजपोल थाने में भेजा गया है। दोनों पक्षों की वार्ता करवाई जाएगी। जो भी समस्या है, आपसी बातचीत में समाधान करवाया जाएगा।
गोपालस्वरूप मेवाड़ा, एएसपी (मुख्यालय)