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उदयपुर एयरपोर्ट : ओला-उबर के नाम पर यात्रियों से खुली लूट

एक ओर प्रशासन उदयपुर में पर्यटकों की सुविधाओं के लिए क्या कुछ नहीं कर रहा। वहीं दूसरी ओर बाय एयर उदयपुर आने जाने वाले पर्यटकों से टैक्सी संचालक मनमाना किराया वसूल कर रहे हैं। पहले वे ओला-उबर जैसी ऐप के जरिए ग्राहकों तक पहुंचते हैं और फिर ऐप पर राइड केंसिल करवाकर मनमाना किराया वसूलते हैं।

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उदयपुर . एक ओर प्रशासन उदयपुर में पर्यटकों की सुविधाओं के लिए क्या कुछ नहीं कर रहा। वहीं दूसरी ओर बाय एयर उदयपुर आने जाने वाले पर्यटकों से टैक्सी संचालक मनमाना किराया वसूल कर रहे हैं। पहले वे ओला-उबर जैसी ऐप के जरिए ग्राहकों तक पहुंचते हैं और फिर ऐप पर राइड केंसिल करवाकर मनमाना किराया वसूलते हैं। एयरपोर्ट से सिटी या सिटी से एयरपोर्ट के लिए बुक होने वाली ज्यादातर राइड केंसिल होने के बावजूद कैब कम्पनियां इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा पा रही। ना ही प्रशासन कुछ कर पा रहा। उपभोक्ताओं की शिकायत पर रविवार को पत्रिका टीम ने मामले की पड़ताल की तो लूट का यह खेल खुलकर सामने आ गया।पत्रिका संवाददाता ने दोपहर एक बजे उदयपुर के आयड़ जैन मंदिर से डबोक एयरपोर्ट के लिए उबर ऐप के जरिए राइड बुक की। ऐप पर किराया 366 रुपए आया। पिकअप पाॅइंट सलेक्ट करने पर जगदीश नाम चालक की टैक्सी आरजे 27 टीए 5942 का राइड कन्फर्मेशन आ गया। कुछ देर बाद चालक का कॉल आया, बोला चलना हो तो 600 रुपए लगेंगे। इससे कम में नहीं होगा। ऐप के किराए का हवाला दिया तो बोला इतने में नहीं हो पाएगा, आप राइड केंसिल कर दो। हमने यह राइड केंसिल कर ओला ऐप के जरिए दूसरी राइड बुक की। ऐप पर 484 रुपए किराया आया। चालक रोशन लाल मेघवाल के नाम से टैक्सी नंबर आरजे 27 टीए 9701 की राइड कन्फर्म की। चालक ने काॅल कर कहा कम से कम 500 रुपए तो लगेंगे। हमने उसे पिकअप पाॅइंट पर बुलाया और टैक्सी में सवार होकर डबोक एयरपोर्ट पहुंचे।वापसी के लिए हमने फिर उबर की सर्विस लेते हुए उदयपुर सिटी के लिए कैब बुक की। पुष्कर नामक चालक का कॉल आया, उसने पूछा ऐप पर कितना फेयर आ रहा है। हमने बताया 487 रुपए तो चालक ने कहा 600 रुपए लगेंगे। चलना है तो देख लो, इससे कम में कोई नहीं जाएगा। हमने ऐप के फेयर का हवाला दिया तो कहा, इतने में नहीं हो पाएगा। हमने राइड केंसिल कर वापस दूसरे ऐप से राइड बुक की तो किराया 483 रुपए आ रहा था। तत्काल ही चालक विजय सिंह का कॉल आ गया। उसने कम से कम 550 रुपए की डिमांड की। हमने पहले ऐप के फेयर पर चलने की बात कही, लेकिन जब नहीं माना तो बताया कि सुबह ही 500 रुपए में आए हैं, आप तो उससे भी ज्यादा ले रहे हो। तब जाकर वह 500 रुपए में सिटी तक छोड़ने को राजी हुआ।

रोजाना 90 फीसदी से भी ज्यादा राइड केंसिल, फिर भी बेपरवाह कम्पनियां

यही िस्थति रोजाना डबोक एयरपोर्ट तक आने जाने वाले दर्जनों यात्रियों के साथ हो रहा है। एक जानकारी के अनुसार इस रूट पर रोजाना अलग-अलग कैब ऐप की 90 फीसदी से अधिक राइड जबरन केंसिल करवाई जा रही है। टैक्सी संचालकों ने संगठित रूप से यह मॉनोपॉली कर रखी है। एयरपोर्ट से आने जाने के लिए पर्याप्त साधन-संसाधन नहीं होने से यात्री टैक्सी चालकों के आगे मजबूर हैं।उदयपुर एयरपोर्ट से डेढ दर्जन फ्लाइट्स रोजानाउदयपुर एयरपोर्ट से 21 फ्लाइट्स अलग-अलग शहरों के लिए आती जाती है। इनमें से करीब डेढ दर्जन फ्लाइट्स रोजाना हैं। इन फ्लाइट्स में आने जाने वाले लगभग सभी पैसेंजर उदयपुर सिटी में आने जाने वाले होते हैं। इनमें से ज्यादातर टैक्सी या कैब से आते जाते हैं। इसके बावजूद इस गंभीर समस्या को लेकर कोई गंभीर नहीं है।