
उदयपुर. आईआईटी मुंबई के पूर्व छात्र रह चुके चार दोस्तों ने एक ऐसा एप बनाया है जो शिक्षा जगत के लिए बहुमूल्य बनता जा रहा है। ये एक ऐसा एप है जो ना केवल टीचर्स को बल्कि विद्यार्थियों को, कोचिंग संस्थाओं को भी प्लेटफार्म उपलब्ध करवाता है। अब तक राजस्थान से 9000 से अधिक यूजर्स टीचमिंट मोबाइल एप पर रजिस्टर कर ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर चुके हैं। इस एप को बनाने में उदयपुर के दिव्यांश बोर्डिया के अलावा मिहिर गुप्ता, पयोज जैन व अंशुमान कुमार ने की। टीचमिंट एप को इस तरह से डिजाइन और तैयार किया गया है कि कोई भी छात्र या अध्यापक मिनटों में ऑनलाइन क्लासेज शुरू कर सकता है, इसके लिए उनके पास सिर्फ इंटरनेट और स्मार्टफोन होना चाहिए। यह एप न केवल छात्र एवं ट्यूटर के बीच दो-तरफ ा कनेक्ट करता है जो ऑनलाइन शिक्षा को प्रभावी बनाने के लिए जरूरी है, बल्कि ट्यूटर के लिए ऑल-इन-वन वर्कफ्लो एवं एडमिनिस्ट्रेशन टूल्स भी प्रस्तुत करता है। इससे न केवल उनका काम आसान हो जाता है बल्कि समय भी बचता है। इसके अलावा टीचमिंट पर उपलब्ध इन-बिल्ट डिजिटल ग्रेडिंग सिस्टम, रिपोर्ट एवं एनालिटिक्स आदि के माध्यम से अध्यापक नियमित रूप से छात्रों की प्रगति का मूल्यांकन कर सकते हैं। टीचमिंट अध्यापकों को स्क्रीन शेयरिंग एवं अन्य आधुनिक विकल्पों के लिए वेब वर्जन भी उपलब्ध कराता है। उदयपुर के दिव्यांश ने सेंट पॉल्स और सेंट्रल एकेडमी से स्कूलिंग की है। उनकी माता डॉ. संगीता बोर्डिया आरएनटी मेडिकल कॉलेज के नेफ्रोलॉजी डिपार्टमेंट में हैं।
Updated on:
19 Nov 2020 06:07 pm
Published on:
19 Nov 2020 05:46 pm
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