
उदयपुर . झीलों की नगरी के निवासियों और पर्यटकों को अब फतहसागर की पाल पर एक्वेरियम में विविध रंग और प्रकार की मछलियां देखने को मिलेगी। इस एक्वेरियम के पहले चरण का कार्य पूरा हो चुका है और संभावना है कि दीपावली के बाद इसे शुरू कर दिया जाए और संबंधित एजेंसी दूसरे चरण का कार्य शुरू कर देगी। फतहसागर पर झील के अलावा ओवरफ्लो और पाल को देखने और घूमने बड़ी संख्या में पर्यटक आते है लेकिन अब जल्दी ही उनको पाल के नीचे बने एक्वेरियम भी देखने को मिलेगा, वहां जाने के बाद सबको ऐसा अहसास होगा कि वे मछलियों के संसार में है, वहां मछलियां भी तरह-तरह की। बच्चों के लिए सबसे बड़ा स्थान होगा और उनका मन उसमें रम जाएगा, इसका समय सुबह 8 से रात 11 बजे रखा जाएगा। यूआईटी चेयरमैन रवीन्द्र श्रीमाली ने बताया कि यह स्थान उदयपुर के लिए बहुत अलग होगा।
हमने यह बहुत यूनिक एक्वेरियम बनाया है, मेरे हिसाब से यह हिन्दुस्तान का पहला एक्वेरियम होगा। इसके दूसरे चरण का काम भी शुरू करने वाले है। यह उदयपुर के पर्यटन में एक नया आयाम होगा।
कैलाश खंडेलवाल, डायरेक्टर (अंडर द सन)
एक्वेरियम की विशेषता
- इसमें करीब 150 प्रकार की मछलियों को डिस्प्ले किया जाएगा।
- एक्वेरियम में जो मछलियं होगी उसमें विदेशी प्रजातियां भी होगी।
- रंगीन मछलियों से भरा एक्वेरियम में एक आभासी (वर्चुअल) दुनिया होगा
- पहले चरण पर पांच करोड़ रुपए खर्च किए गए।
दूसरे चरण में यह सब होगा
- अंडर वॉटर शो दिखाएंगे
- कैफेटरिया विकसित करेंगे
- मछलियों के शोध पर प्रबंधन।
- दूसरे चरण पर तीन करोड़ रुपए का प्रस्ताव
फतहसागर पर ट्यूरिस्ट के लिए कई प्वाइंट
- फतहसागर झील
- फतहसागर पाल
- एक्वेरियम
- विभूति पार्क
- मोतीमगरी
- गुरु गोविंद सिंह पार्क
- नेहरू पार्क
- नीमज माता
- मेवाड़ दर्शन दीर्घा
यह होगा प्रवेश शुल्क
- श्रेणी शुल्क
- बच्चे 50
- भारतीय 100
- विदेशी 200
झीलों की नगरी के निवासियों और पर्यटकों को अब फतहसागर की पाल पर एक्वेरियम में विविध रंग और प्रकार की मछलियां देखने को मिलेगी।
Published on:
14 Oct 2017 01:07 pm
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