Women Entreprenuer
मधुलिका सिंह/उदयपुर. कभी विदेशी टॉयज की बढ़ती डिमांड के कारण मां को उनका बिजनेस बंद करना पड़ गया था लेकिन बेटियों ने साल से बंद पड़े बिजनेस में फिर से ऐसी जान फूंकी कि अब इनके हैंडमेट टॉयज के आगे विदेशी टॉयज नहीं टिक पा रहे हैं। हैंडमेड टॉयज का ऐसा जादू चल रहा है कि लोग अब देश भर से इन टॉयज की डिमांड कर रहे हैं। ये कमाल कर दिखाया है दो होनहार बेटियों ने। उदयपुर की वीमन एंटरप्रेन्योर मयूरी और भारती सिसोदिया अपने हैंडमेड टॉयज के कारण सोशल मीडिया पर पॉपुलर हो चुकी हैं। इसके पीछे उनका और उनकी मां का संघर्ष भी है। उन्होंने अपनी मां किरणबाला सिसोदिया के बिजनेस को ना केवल एक नया रूप दिया है ब ल्कि अपनी मेहनत के बलबूते सफल मुकाम तक पहुंचा दिया है।
हैंडमेड टॉयज के लिए जानी जाती थीं किरणबाला
सेक्टर 14, इंद्रप्रस्थ कॉलोनी निवासी मयूरी सिसोदिया ने बताया, वर्ष 1999 में मां किरणबाला सिसोदिया ने हैंडमेड टॉयज का बिजनेस शुरू किया था। वे पूरे उदयपुर में इस काम के लिए जानी जाती थी। उनके साथ 25 से 26 अन्य महिलाएं भी काम करती थी। वहीं, पापा और मैं भी इस काम में उनकी पूरी मदद किया करते थे लेकिन 2010 में विदेशी टॉयज इतने आ गए कि हैंड मेड टॉयज की डिमांड घट गई और बिजनेस में लॉस होने लगा। आखिर, मां को बिजनेस बंद करने का निर्णय लेना पड़ा। बाद में जब बिजनेस 8 साल बाद शुरू किया तो जरूरतमंद महिलाओं को काम सिखाया। दो महिलाएं ऐसी भी हैं जो मां के साथ काम करती थीं।
जॉब छोड़ा, जीरो से स्टार्ट किया, दो साल में 64 हजार फॉलोअर्स
मयूरी ने बताया कि पहले होटल में जॉब किया करती थी लेकिन बाद में मां के बिजनेस को फिर से शुरू करने के लिए जॉब छोड़ दिया। इसमें छोटी बहन और मां-पापा दोनों का साथ भी मिला। लेकिन, बिजनेस शुरू करने के कुछ समय बाद ही कोरोना आ गया। ऐेसे में इस मु श्किल दौर से भी गुजरे लेकिन हार नहीं मानी। मां हमेशा कहती हैं कि बिजनेस में हार्डवर्क, ऑनेस्टी के साथ पेशेंस बहुत जरूरी है। यही उनका सक्सेस मंत्र है। लगभग 1 साल से हालात कुछ ठीक हुए हैं तो बिजनेस अच्छा चल रहा है। अभी पूरी तरह से सोशल मीडिया के जरिये ही इसकी ब्रांडिंग करते हैं और ऑर्डर्स भी यहीं से मिलते हैं। लगभग दो साल में उनके एडीटैडीडॉटकॉम पर 64 हजार फॉलोअर्स हो गए हैं । हैंडमेड टॉयज को लोग काफी पसंद कर रहे हैं।
Published on:
28 Aug 2022 03:27 pm