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सुविवि: आर्ट्स कॉलेज डीन पर महिला संकाय सदस्यों ने लगाए मानसिक प्रताड़ना व लैंगिक भेदभाव के आरोप

- डीन बोले- आरोप बेबुनियाद कहा- परीक्षा में ड्यूटी लगने के बाद भी अनुपिस्थति पर स्पष्टीकरण मांगा तो बना रहे दबाव

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मोहनलाल सुखाडि़या विश्वविद्यालय एक बार फिर सुर्खियों में है। अब तक पूर्व कुलपति अमेरिका सिंह को लेकर चर्चा में बने रहने वाले विवि में इस बार कला महाविद्यालय के डीन प्रो सीआर सुथार पर छह महिला संकाय सदस्यों ने लगातार मानसिक रूप से प्रताडि़त करने व कार्यस्थल पर लैंगिक भेदभाव करने के आरोप लगाए। उन्होंने इसे लेकर कुलपति प्रो आईवी त्रिवेदी को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। दूसरी ओर डीन प्रो सीआर सुथार ने इन आरोपों को नकारते हुए पूरी तरह से गलत बताया है। उन्होंने इसे दबाव बनाने का तरीका बताया और इसके उलट इन महिला संकाय सदस्यों पर उनकी पेंशन रुकवाने की धमकी देने का आरोप लगाया है।

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महिला संकाय सदस्यों ने ये लगाए आरोप-

- डीन द्वारा महिला शिक्षिकाओं को निराधार धमकी भरे पत्र जारी किए गए हैं। जिन पर डिस्पैच संख्या अंकित नहीं है।- डीन ने पूर्व में मौखिक रूप से भी नोटिस देने एवं कॅरियर एडवांसमेंट स्कीम रुकवाने की धमकियां दी है।

- परीक्षाओं के दौरान अकादमिक एवं आकस्मिक छुट्टियां स्वीकृत करने में भी डीन महिला शिक्षिकाओं के साथ भेदभाव करते हैं।-परीक्षा ड्यूटी के आवंटन एवं कैंसलेशन में भी डीन द्वारा प्रतिशोध की भावना से भेदभावपूर्वक कार्य किया जा रहा है। जिन महिला शिक्षिकाओं के प्रति डीन दुर्भावनाग्रस्त है, उन्हें परीक्षा ड्यूटी किसी अन्य फैकल्टी से परस्पर बदलने की अनुमति नहीं दी जा रही और ना ही उनकी आकस्मिक छुट्टी स्वीकृत करते है। पुरुष संकाय सदस्यों को डीन ने रिलीविंग दी, बल्कि उनकी परीक्षा ड्यूटी भी हटाई गई।

- महिला शिक्षिकाओं के अकादमिक गतिविधियों में बाधा डाली जा रही है।

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आरोप ये भी-

- डीन महिलाओं की विशिष्ट परिस्थितियों एवं आवश्यकताओं के प्रति संवेदनहीन हैं। एक शिक्षिका ने सर्जिकल प्रोसिजर के लिए अवकाश का आवेदन किया तो उन्हें नोटिस थमा दिया गया।

- प्रशासनिक पद का दुरुपयोग।

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परीक्षाएं चल र ही है, उसमें ड्यूटी लगाई थी। ड्यूटी में अनुपिस्थत रहने पर नोटिस जारी किए गए है। कुछ ने अवकाश मांगा था, जो पूर्व स्वीकृति के बगैर अवकाश पर नहीं रहे ये आदेश जारी किए गए थे, लेकिन कुछ बिना स्वीकृति के अवकाश पर चले गए। परीक्षा ड्यूटी नहीं करने व अवकाश पर रहने का स्पष्टीकरण मांगने से जानबूझकर दबाव बनाने का प्रयास है, मेडिकल अवकाश के लिए कभी रोका नहीं जाता। जीवनकाल में अभी तक कोई आक्षेप नहीं लगा है, सब गलत है।

प्रो सीआर सुथार, डीन आर्ट्स कॉलेज सुविवि कैंपस उदयपुर

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मुझे भी इसकी जानकारी अभी मिली है, पूरी जानकारी रजिस्ट्रार के माध्यम से लेंगे। जांच के बाद इस पर निर्णय लिया जाएगा।प्रो आईवी त्रिवेदी, कुलपति, सुविवि, उदयपुर