यूं तो उज्जैन सिद्ध स्थलों और मंदिरों के लिए विख्यात है पर यहां अष्ट विनायक भी विराजित हो रहे हैं। सांवराखेड़ी में नवनिर्मित मंदिर में श्री अष्टविनायक की 8 फीट की मूर्ति स्थापित की गई है। मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव होगा जोकि 30 अप्रैल से प्रारंभ होगा। 5 मई तक चलनेवाले इस पांच दिवसीय आयोजन के अंतर्गत यहां गणेश महायज्ञ भी होगा।
मंदिर का निर्माण करीब 51 करोड़ की जमीन पर किया
अष्टविनायक मंदिर के प्रमुख सेवादार पंडित हेमंत व्यास ने मीडिया को बताया कि मंदिर का शिलापूजन सात साल पहले हुआ था। इसके बाद भव्य मंदिर का निर्माण किया गया। राजस्थान व गुजरात के कलाकारों ने मंत्रोच्चार के साथ इस इस मंदिर को आकार दिया है। मंदिर का निर्माण करीब 51 करोड़ की जमीन पर किया गया है।
मुख्य शिखर के अलावा आठ उप-शिखर
भगवान श्री अष्टविनायक मंदिर में मुख्य शिखर के अलावा आठ उप-शिखरों का निर्माण किया गया है। इनमें अष्टविनायक के मंगल विग्रह स्थापित किए गए हैं। भगवान श्री गणेश के साथ देवी ऋद्धि-सिद्धि भी यहां विराजमान हैं। मुख्य मंदिर में लाल पत्थर से निर्मित नक्काशीदार मंडप से भक्त अष्टविनायक के सभी आठों स्वरूप का दर्शन कर सकेंगे।