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पिता से सहन नहीं हुआ गर्भवती बेटी का दर्द, गोद में उठाकर लगाई दौड़, रास्ते में हुई डिलीवरी

कच्ची सड़क होने के कारण न एंबुलेंस आई न वाहन मिला..बेटी को गोद में उठाकर पिता ने लगाई दौड़...

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उज्जैन. मध्यप्रदेश में एक बार फिर एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो सिस्टम की नाकामी को उजागर करती है। मामला उज्जैन का है जहां शुक्रवार को एक महिला ने रेलवे क्रॉसिंग के पास ही बच्चे को जन्म दे दिया। महिला का मजदूर पिता और मां ने कई बार डायल 100 और एंबुलेंस पर फोन किया लेकिन गांव तक कच्ची सड़क होने के कारण दोनों ने आने से इंकार कर दिया। एक लोडिंग वाहन वाले ने मदद का हाथ भी बढ़ाया लेकिन इससे पहले कि वो पिता बेटी को उस लोडिंग वाहन तक ले जा पाता बेटी ने रास्ते में ही बच्चे को जन्म दे दिया। मां और नवजात को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां नवजात की हालत गंभीर बनी हुई है।


ये है पूरी घटना...
उज्जैन से करीब 50 किमी. दूर बड़नगर रोड पर पीर झालर गांव में मजदूरी करने आई एक परिवार के साथ जो हुआ वो सिस्टम की नाकामी को उजागर करने वाला है। राजस्थान के भीलगांव से राकेश और उसकी पत्नी सावित्री अपनी गर्भवती बेटी पूजा के साथ मजदूरी करने के लिए आए थे। पूजा का पति भी यहीं पर मजदूरी करता है। शुक्रवार की सुबह पूजा को प्रसव पीड़ा हुई तो उसकी मां सावित्री ने एंबुलेंस और डायल 100 को फोन किया लेकिन दोनों ही जगह से कच्ची सड़क होने के कारण इंकार कर दिया गया। परिवार किसी तरह गर्भवती बेटी को कच्चे रास्ते से लेकर रेलवे क्रॉसिंग तक पहुंचा ही था कि वहां पर पूजा ने बच्चे को जन्म दे दिया।

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बेटी को गोद में उठाकर भागा पिता
लोडिंग वाहन रेलवे क्रॉसिंग की दूसरी ओर खड़ा था और पूजा व परिवार दूसरी तरफ थे। बच्चे को जन्म देने के बाद पूजा की तबीयत बिगड़ रही थी बेटी का दर्द पिता राकेश से देखा नहीं गया और वो बेटी को गोद में उठाकर भागते हुए करीब 100 मीटर दूर रेलवे क्रॉसिंग की दूसरी तरफ लाया और लोडिंग वाहन में लिटा दिया। पीछे से परिजन नवजात को लेकर आए और तब कहीं दोनों को अस्पताल पहुंचाया जा सका। बताया जा रहा है कि नवजात बच्ची प्री-मैच्योर है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है जिसके कारण उसे उज्जैन के चरक अस्पताल रैफर किया गया है।

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