20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

विक्रम विश्वविद्यालय की बैठक में छात्रहित के साथ ही इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई चर्चा

पिछली बार लाइब्रेरी व प्रशासनिक नेतृत्व को मिले थे कम अंक

2 min read
Google source verification
patrika

Ujjain,2 Million,inspection,Vikram University,work council,budget approved,

उज्जैन. विक्रम विश्वविद्यालय में बुधवार को कार्यपरिषद की बैठक हुई। इसमें कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति, वेतन, आर्थिक सहायता सहित कई अहम मुद्दों पर निर्णय हुआ। बैठक में विशेष तौर पर राष्ट्रीय प्रत्यापन और मूल्यांकन परिषद (नैक) निरीक्षण की तैयारियों पर चर्चा हुई। विवि अधिकारियों ने तैयारियों के लिए 2 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया है। इसमें विभिन्न कार्य शामिल हैं।
विवि में सख्त सुरक्षा पहरे में कार्यपरिषद बैठक हुई। इसमें कुलपति एसएस पाण्डे, प्रभारी कुलसचिव डीके बग्गा, सदस्य ओपी व्यास, आशुतोष दुबे, सुनील कुमार, सुरेंद्र गांधी, अमृता सोलंकी आदि उपस्थित रहे। बैठक में कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की उम्र 60 से 62 करने का निर्णय लिया गया। विवि विद्या परिषद की पूर्व की बैठक के निर्णय, वित्त समिति की बैठक और पूर्व कार्यपरिषद के कार्यविवरण पर अनुमोदन किया गया।
बैठक से उच्च अधिकारी नदारद
विक्रम विवि की कार्यपरिषद की बैठक में उच्च अधिकारी नदारद रहे। अध्यादेश के अनुसार प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा विभाग व प्रमुख सचिव वित्त विभाग कार्यपरिषद में पदेन सदस्य रहते हैं। यह प्रमुख अधिकारी अपनी अनुपस्थिति में प्रतिनिधि को भेजते हैं, लेकिन बुधवार को आयोजित बैठक में प्रमुख सचिव व उनके प्रतिनिधि दोनों ही नहीं पहुंचे।
2015 में मिली थी ए ग्रेड
विक्रम विश्वविद्यालय में वर्ष 2015 में नैक ग्रेड के लिए निरीक्षण हुआ। इस दौरान पूर्व के सत्रों में विवि में हुए शानदार काम के बदौलत बेहतर स्कोर बना। विवि को ए ग्रेड मिली, लेकिन इस निरीक्षण प्रक्रिया के दौरान लाइब्रेरी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। डिजिटल इंडिया के दौर में विवि लाइब्रेरी में व्यवस्थित कम्प्यूटर नहीं है। लैब में सालों से मकड़ी के जाले नजर आ रहे हैं। दूसरा कम स्कोर प्रशासनिक नेतृत्व को मिला था। अब विवि को नैक से ए प्लस ग्रेड की आवश्यकता है। इसलिए शिक्षकों की कमी को दूर करने की जरूरत है।
----
शिक्षक दिवस को काला दिवस के रूप में मनाएंगे प्रोफेसर
उज्जैन. विश्वविद्यालयीन शिक्षक संघ ने सातवें वेतनमान की मांग पूरी नहीं होने के विरोध शिक्षक दिवस (5 सितंबर) को काला दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया है। संघ ने शिक्षकों से अनुरोध किया है कि शिक्षक दिवस को होने वाले किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो। इसी के साथ विरोध प्रदर्शन कर अपनी मांग को उठाए। बता दें कि प्रदेश के समस्त अधिकारी, कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का लाभ दिया जा चुका है, लेकिन विश्वविद्यालय के कर्मचारी को वेतन लाभ नहीं मिला है। इसी के साथ प्रांतीय शासकीय महाविद्यालय प्राध्यापक संघ की तरफ से भी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। इसके अनुसार शिक्षक दिवस पर शाम 4 से 5 बजे तक धरना दिया जाएगा। साथ ही सोशल मीडिया पर अपनी मांग और विरोध प्रदर्शन करेंगे।