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कॉलोनियों में भी वृक्षों के आसपास किए पक्के निर्माण

कॉलोनियों में नहीं वृक्षों की साज संभाल, कई जगह पेड़ टेड़े तो गिरने की स्थिति में बने

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Even in the colonies, concrete constructions were done around the trees.

कॉलोनियों में नहीं वृक्षों की साज संभाल, कई जगह पेड़ टेड़े तो गिरने की स्थिति में बने

उज्जैन. शहर में वृक्षों के आसपास पक्के निर्माण मुख्य सड़क या फुटपाथ पर ही नहीं शहर की कॉलोनियों में कर दिए गए हैं। कॉलोनियों में बनी कांक्रीट सड़क इस तरह बनाई गई है कि पूरे पेड़ की जड़ों को ही ढंक लिया है। लिहाजा पेड़ की जड़ें बाहर आ रही हैं तो कई जगह पेड़ टेड़े तक हो गए हैं। ऐसे में यह पेड़ गिरने की स्थिति में आ गए। इन्हें संभालने के प्रयास शुरू नहीं किए गए हैं। समय रहते पेड़ों के आसपास के पक्के निर्माण नहीं हटाए गए तो यह हादसे के कारण भी बनेंगे।
गीता कॉलोनी में टेड़ा पेड़
वार्ड १५ गीता कॉलोनी में कई जगह पेड़ों के आसपास निर्माण कर दिए गए हैं। क्षेत्रीय रहवासी श्याम सुंदर केसवानी ने बताया यहां एक पीपल के पेड़ की जडें बाहर आ गई और यह एक तरफ झुक रहा है। ऐसे में कभी भी अप्रिय स्थिति बन सकती है। कॉलोनी में कुछ जगह पेड़ों के नजदीक ही निर्माण कर लिए हैं, इससे दीवारों में दरार तक आ गई है। समय रहते इन वृक्षों की छंटाई कराने की आवश्यकता है।
निगम निर्माण एजेंसी फिर भी ध्यान नहीं
शहर की कॉलोनियों में पिछले सालों में बनी सड़क व फुटपाथ का निर्माण नगर निगम के माध्यम से करवाया गया है। इस दौरान ठेकेदार द्वारा सड$क निर्माण में आ रहे पेड़ों को सहेजने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। इनके चारों ओर सीमेंट या डामरीकरण कर दिया गया है। यहां तक कि कुछ जगह पर ईंट जोड$कर पक्के चबूतरे बना दिए गए हैं। पेड़ों के आसपास हुए निर्माण पर न रहवासियों और न ही निगम इंजीनियरों ने ध्यान दिया। बीते सालों में तेजी से पेड़ों के आसपास पक्के निर्माण हो गए।
एक मीटर कच्ची जगह रखने का प्रावधान- वृक्षों की जड़ों तक पानी पहुंचने के लिए उसके आसपास की करीब १ मीटर की जगह कच्ची रखे जाने का प्रावधान है। इससे बारिश के मौसम में पानी सीधे जड़ों तक पहुंचता है और इनका पौषण तंत्र बना रहता। सड़क या फुटपाथ निर्माण के दौरान इस बात का ध्यान नहीं रखा जा रहा है।