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उषा राजे को हिरासत में लेकर चार घंटे पूछताछ, सफाई में बोली…

जेल में जीपीएफ खातों से १५ करोड़ का गबन का मामला :पुलिस ने पूछा, आपकी जानकारी के बगैर प्रहरियों के खातों से करोड़ों कैसे ट्रांसफर हो गए

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उज्जैन. शनिवार दोपहर बाद भैरवगढ़ थाना पुलिस ने आखिरकार जेल अधीक्षक उषा राजे को हिरासत में ले पूछताछ शुरू कर दी। उन्हें चार घंटे थाने में बैठा पुलिस ने पूछा कि आखिर आपकी जानकारी के बगैर जेल के १०० प्रहरियों के जीपीएफ खातों से कैसे करोड़ों रुपए ट्रांसफर हो गए। दोपहर बाद करीब ३.३० बजे हिरासत में ली गई उषा राजे को रात ८ बजे छोड़ दिया और उन्हें रविवार सुबह फिर से थाने में हाजिर होने के आदेश दिए हैं, इस बीच वे शहर छोड़कर बाहर नहीं जा सकती। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उनके बयान होना बाकी है इन्वेस्टिगेशन पूरा होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डीडीओ होने के कारण जिम्मेदार
दरअसल उषा राजे जेल डीडीओ हैं, उन्होंने अपने बयानों में भी यह कहा है कि मेरी जिम्मेदारी बनती थी पर जिन जेल प्रहरियों के खातों से रुपए ट्रासंफर हुए उनमें से किसी ने भी एप्लीकेशन नहीं दी। हालांकि भविष्य निधि के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया है परंतु कर्मचारी हार्डकॉपी में भी आवेदन देते हैं, क्लर्क इसे एम्प्लाइज कोड से जनरेट करता है। इसके बाद बैलेंस शीट चेक की जाती है और इसी आधार पर राशि तय होती है जिसे ट्रेजरी को भेज दिया जाता है।
हर तीन माह में समीक्षा क्यों नहीं की या गबन को बढ़ावा दिया- इस जवाब के बाद पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आपने यहीं तो चूक की है, जीपीएफ की प्रक्रिया ऑनलाइन है, सबकुछ डीडीओ की जानकारी में होता है और आपकी ही आइडी व कोड उपयोग किया। इसके अलावा भविष्य निधि की प्रत्येक तीन माह में समीक्षा की जाना थी जो आपने नहीं की। क्या यह लापरवाही नहीं या आप गबन को बढ़ावा दे रही थी।
‘मेरा हाथ मत पकड़ो मैं कोई अपराधी नहींÓ
दोपहर बाद भैरवगढ़ थाना सीएसपी फोर्स और महिला थाना प्रभारी रेखा वर्मा को लेकर जेल पहुंचे। यहां उन्होंने जेल अधीक्षक से थाने चलने को कहा तो उन्होंने इनकार कर दिया। पुलिस ने दबाव बनाया तो अधीक्षक ने कहा मेरा कोई दोष नहीं है। मुझे फंसाया जा रहा है और अभी तो मैं रीलिव भी नहीं हुई हूं। इस पर महिला थाना प्रभारी रेखा वर्मा ने उनका हाथ पकड़ चलने को कहा तो उषा राजे ने कहा कि मेरा हाथ मत पकड़ों मैं कोई अपराधी नहीं हूं। पुलिस ने उषा राजे को अपने वाहन में बैठाना चाहा तो उन्होंने कहा कि मैं अपने वाहन में जाऊंगी। इसके बाद भी पुलिस नहीं मानी और उन्हें पुलिस वाहन से ही थाने ले गई।
केंद्रीय जेल में मना जश्न
शुक्रवार रात ८ बजे भोपाल मुख्यालय ने जेल अधीक्षक उषा राजे को भोपाल मुख्यालय अटैच के आदेश जारी किए थे। सुबह अखबारों में खबर पढऩे के बाद जेल प्रहरियों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। प्रहरियों के रिश्तेदार ढोल ताशों के साथ पहुंचे और नाचते गाते पटाखे फोड़ जश्न मनाया। प्रहरियों ने कहा अति का अंत हो गया। हम मैडम के रवैये से दुखी हो गए थे। जेल कर्मियों ने एक-दूसरे को मिठाई भी खिलाई। इस बीच जेल अधीक्षक कार्यालय में फाइल लेने पहुंची जो जेल प्रहरी और उनके रिश्तेदारों ने मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।
नई अधीक्षक पहुंची
दोपहर करीब १२ बजे नई जेल अधीक्षक हिमानी मनवारे भी जेल पहुंच गई। उन्होंने जेल का निरीक्षण कर कहा पुरानी बिगड़ी व्यवस्थाओं को सुधारने पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है, जेल के बारे में जानकारी जुटा रही हूं। उसी हिसाब से काम करूंगी। आरोपी रिपुदमन के पकड़ाने की सूचना, पुलिस का इनकार
इधर शनिवार शाम को जेल के लेखा विभाग में पदस्थ फरार अकाउंटेंट रिपुदमन के पकड़ाने की सूचना लगी है, हांलाकि पुलिस का कहना है कि फिलहाल आरोपी फरार है वह अपने भाई की कार से भागा है जिसकी तलाश की जा रही है। मामले में उसके भाई से भी पूछताछ की गई है।
‘सख्ती की तो फंसायाÓ
जेल अधीक्षक उषा राजे ने पूछताछ में कहा कि मैं जब से आई हूं जेल में अनैतिक सारे काम बंद करवा दिए। यही कारण है कि प्रहरी मुझ से खुश नहीं हैं। यह साइबर क्राइम है जो मेरी आईडी उपयोग कर हुआ है, मैं भी इस मामले में जांच की मांग कर रही हूं। मैं तो खुद यहां से हटना चाह रही थी क्यों कि मैं यहां सुरक्षित महसूस नहीं कर रही।
आधा दर्जन से ज्यादा होंगे आरोपी
इस पूरे केस में आधा दर्जन से ज्यादा आरोपियोंं के सामने आने की संभावना है। फिलहाल उषा राजे से बयान ले जांच कर रहे हैं। उन्हें फिर से रविवार सुबह भैरवगढ़ थाने में हाजिर हो बयान दर्ज करवाना है।
सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, एसएसपी