- गणेशोत्सव व नवरात्रि के व्रत से कम हो गई थी प्याज की खपत, अब कई राज्यों में भारी डिमांड
उज्जैन.
अमूमन व्रत, उपवास में प्याज से परहेज किया जाता है, जिससे खपत पर असर पड़ता है। पिछले दिनों दस दिन के गणेशोत्सव व फिर नौ दिन की नवरात्रि के व्रत, उपवास ने प्याज की खपत पर असर डाला। इससे भाव नहीं मिल सके, लेकिन अब खपत बढऩे से भाव में भी उछाल आ रहा है। कृषि उपज की आलू-प्याज मंडी में जो प्याज २८ सितंबर को ९५५ रुपए प्रति क्विंटल बिका, वहीं १३ अक्टूबर को १६५० रुपए प्रति क्विंटल हो गया।
उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक सुभाष श्रीवास्तव के अनुसार जिले में १७१०० हेक्टेयर पर प्याज की खेती होती है, जबकि ४० हजार से अधिक किसान प्याज की खेती करते हैं। जिले में प्याज का औसत उत्पादन २५० क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। कृषि उपज की आलू-प्याज मंडी में २०० से अधिक पंजीकृत व्यापारी हैं, जिनमें से ५० व्यापारी केवल प्याज का व्यापार करते हैं। इन आंकड़ों से मंडी में आवक का अंदाजा लगाया जा सकता है।
व्रत, त्योहार में प्याज की खपत कम हो जाती है, जिससे भाव गिर जाते हैं। अब व्रत त्योहार खत्म होने से प्याज की खपत बढ़ गई है। इसके साथ ही हमारे यहां से साऊथ, महाराष्ट्र, बिहार, आसाम के साथ बंगलादेश जा रहा है, जिससे भाव बढ़ रहे हैं।
- उमेश बसेडिया शर्मा, मंडी सचिव
एक नजर में कुछ दिनों का आवक व भाव
दिनांक आवक मॉडल भाव
२८.९ ५७९७ क्विंटल ९५५
२९.९ ५१८९ ९५०
३०.९ ९४३२ ९५५
१.१० ११५१७ ११००
२.१० अवकाश
३.१० अवकाश
४.१० अवकाश
५.१० अवकाश
६.१० अवकाश
७.१० ९५०२ १००१
८.१० १०९८९ ११२६
९.१० अवकाश
१०.१० १४६६३ १३२५
११.१० अवकाश
१२.१० ८८९६ १३४५
१३.१० १४२५६ १६५०
१४.१० अवकाश
(मॉडल भाव रुपए प्रति क्विंटल)