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गर्मी शुरू होने से पहले ही फुल हुए हिल स्टेशन के होटल और रिसॉर्ट

दो वर्ष से खुलकर घूमने का आनंद नहीं ले पाए प्रदेशवासी, इस समर सीजन में कसर पूरी करने के मूड में है। गर्मी के मौसम में शहरवासी दिल खोलकर आउटिंग का मजा लेने को उत्साहित हैं।

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गर्मी शुरू होने से पहले ही फुल हुए हिल स्टेशन के होटल और रिसॉर्ट

गर्मी शुरू होने से पहले ही फुल हुए हिल स्टेशन के होटल और रिसॉर्ट

उज्जैन. कोरोना के कारण दो वर्ष से खुलकर घूमने का आनंद नहीं ले पाए प्रदेशवासी, इस समर सीजन में कसर पूरी करने के मूड में है। गर्मी के मौसम में शहरवासी दिल खोलकर आउटिंग का मजा लेने को उत्साहित हैं। यही कारण है कि ट्रेवल एजेंट और टूर प्लानर्स के पास इन्क्वायरी की भरमार हैं। पैकेज के नाम पर मार्च पहले ही फुल हो चुका हैं और अप्रैल की बुकिंग भी 80 फीसदी तक हो गई है। आउटिंग की तैयारी कर रहे कई परिवारों को तो मई तक का प्लान बनाना पड़ रहा है।

गर्मी की छुट्टी का मौका हो और उस में भी परिवार दोस्तों के साथ घूमने न जा सकें तो मन कचोटना स्वभाविक है। कोरोना के कारण दो वर्ष से कुछ ऐसा ही हो रहा था। इस बार जहां संक्रमण का असर फिलहाल कम है वहीं घरेलू व अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल भी खुले हुए हैं। ऐसे में प्रदेशवासी दो साल बाद इस मौके का भरपूर उपयोग करने का मन बना चुके हैं। सबसे अधिक ठंडे क्षेत्रों की बुकिंग हो रही जिनमें श्रीनगर, शिमला, मनाली, सिक्कीम जैसे स्थान प्रमुख हैं। इंटरनेशनल टूर प्लानिंग में मालद्वीव, दुबई आदि की इन्क्वायरी अधिक मिल रही हैं।

होटल फुल, बढ़े दाम

आउटिंग क्रेज बढऩे के चलते प्रमुख पयर्टन स्थलों पर होटल आदि की सुविधा मिलना मुश्किल हो रही है। ट्रेवल एजेंट व टूर प्लानर के अनुसार ठंडे क्षेत्रों में फाइव या सेवन स्टार होटल्स अप्रैल तक लगभग फुल हो चुके हैं। अन्य होटलों की भी यही स्थिति है। मांग बढऩे और जगह की उपलब्धता कम होने के कारण रूम के रेट भी बढ़ा दिए गए हैं। जो रूम्स पहले 5 हजार रुपए प्रति दिन में मिल जाता था वह अभी 6 हजार 500 रुपए तक में मुश्किल से मिल रहा है। यही स्थिति फ्लाइट्स बुकिंग को लेकर भी हो रही है। नजदीक के दिनों में खाली फ्लाइट्स मिलना मुश्किल हो रहा है वहीं कीमत भी अधिक चुकाना पड़ रही है।

टूरिस्ट इंडस्ट्री में बड़ा बूम
दो वर्ष से पर्यटन क्षेत्र ठंडा पड़ा हुआ था लेकिन इस बार पुराने रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद जताई जा रही है। दिसंबर महीने में इसकी झलक मिल चुकी है। जानकारों के अनुसार इस दिसंबर में पूर्व की तुलना में करीब दो गुना बुकिंग हुई है। इसका बड़ा कारण कोरोना के दौरान दो वर्ष से लोगों का खुलकर बाहर घूमना नहीं हो पाना है।


अब बना रहे प्लान

पहले दोस्तों के साथ लगभग हर वर्ष घूमने जाता था। कोविड के दौरान शादी हुई लेकिन संक्रमण के चलते फैमिली दूर नहीं बना पाए। अब स्थिति सामान्य हो रही हैं तो मालद्वीव का टूर तय किया है। मार्च में बुकिंग नहीं मिली है इसलिए अब अप्रैल का प्लान बनाया है।
-सक्षम आंचलिया, नयापुरा

गोआ ट्रिप की तैयारी

हम फार्मा सेक्टर से जुड़े हैं। कोरोना के दौरान मेडिकल फैसेलिटी उपलब्ध करवाने में व्यस्तता रही और तब बाहर घूमने जाने जैसी स्थिति भी नहीं थी। दो साल बाद घूमने का मौका मिल रहा है जिसको लेकर हम सभी उत्साहित हैं। हमने मार्च में गोआ की फैमेली ट्रिप प्लान की है।

-अखिल जैन, व्यवसायी

दो साल बाद समर सीजन आ रहा है

इस बार दिसंबर में 90 लाख की बुकिंग हुई जबकि कोविड के पहले 40-50 लाख रुपए की होती थी। दो साल बाद इस बार समर सीजन आ रहा है। कोविड के बिना सभी जगह प्रतिबंध को हटाने के कारण मार्च की बुकिंग लगभग फुल है और अप्रैल में 80 प्रतिशत बुकिंग हो चुकी है। उम्मीद है कि इस बार टूरिज्म इंडस्ट्री 2022 में रिकॉर्ड बनाएगी। दो साल से ठप पड़े अंतरराष्ट्रीय टूरिज्म को भी पिछले कुछ महीनों से रुक-रुक कर ही सही लेकिन मालदीव्स और दुबई से अच्छा सहारा मिल रहा है। सरकार 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा से सभी प्रतिबंध हटा रही है, जिससे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन को अभूतपूर्व व्यापार की उम्मीद है।

- अंकित डड्डा, इंटरनेशनल टूर स्पेशलिस्ट

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जिस तरह किसी स्प्रिंग को दबाकर छोड़ा जाता है तो वह दो गुना क्षमता से उछलती है, कोविड के बाद पर्यटन क्षेत्र में भी ऐसा ही उछाल आया है। कोरोना के बाद समर वैकेशन पर हनीमूनर्स, ग्रुप टूर्स और फैमिली टूर की लगातार इन्क्वायरी हो रही है। इसके साथ बुकिंग भी जबदस्त हो रही हैं। इस वर्ष टूरिज्म इंडस्ट्री में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। ठंडे पर्यटन स्थलों में सर्वाधिक बुकिंग है और नजदीक के दिनों में आक्युपेंसी फुल है।

- धीरेंद्र सिंह परिहार, प्रदेश सदस्य ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन ऑफइंडिया