17 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

महाकाल मंदिर के खजाने में कितना सोना-चांदी…अब पता चलेगा

मंदिर में सालों से भक्त दे रहे कीमती वस्तुओं के दान को कोठार में कर रहे जमा, मंदिर प्रशासन दान में आइ सामग्री का भौतिक सत्यापन कर सार्वजनिक करेगी रिपोर्ट

2 min read
Google source verification
मंदिर में सालों से भक्त दे रहे कीमती वस्तुओं के दान को कोठार में कर रहे जमा

बाबा महाकाल के खजाने में बीत सालों में जमा सोने-चांदी के जेवरात का अब खुलासा होगा।

उज्जैन। बाबा महाकाल के खजाने में बीत सालों में जमा सोने-चांदी के जेवरात का अब खुलासा होगा। मंदिर प्रशासन दान में आई कीमती सामग्रियों को भौतिक सत्यापन कराने का फैसला किया। इससे सामने आएगा कि बाबा के खजाने में कितना सोना-चांदी जमा है तो अन्य कीमती वस्तुएं रखी हुई है। इसके बाद इनकी सुरक्षा के साथ इन्हें बैंक में रखने जैसी प्रक्रिया की जाएगी।
बाबा महाकाल को भक्त द्वारा मनोकामनाएं पूर्ण होने पर सोने-चांदी अन्य कीमती धातुओं से जुड़ी सामग्री मंदिर को दान देते है। यह सामग्री मंदिर प्रशासन कोठार में जमा करता है। इस कोठार में जमा सामग्री का वर्तमान में सही जानकारी मंदिर प्रशासन को नहीं है। हाल ही में मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में महापौर मुकेश टटवाल ने इसकी जांच कर सही स्थिति सामने लाने का मुद्दा उठाया था। इसी के बाद बाबा महाकाल को आए अब तक के दान वैरिफिकेशन कराने का फैसला लिया है।इसके तहत कोठार में जमा सभी कीमती सामग्रियों की सूची बनाई जाएगी और इनकी कीमत का निर्धारण किया जाएगा। इस आधार पर पता चलेगा कि बाबा के पास कितने करोड़ के सोने-चांदी के जेवरात व अन्य सामग्रियां रखी हुई है।
दो हजार किलो चांदी तो 1 किलो से ज्यादा सोना
महाकाल मंदिर समिति द्वारा बताया गया है कि बाबा को पिछले सालों में आए दान में करीब दो हजार किलो चांदी है तो १ किलो से ज्यादा करीब सोना है। हालांकि मंदिर समिति द्वार दान सामग्री को वैरिफकेशन होने पर इनकी मात्रा बढऩे की संभावना है। मंदिर कर्मचारी बता रहे हैं कि दानदाताओं द्वारा बाबा को चांदी से बने मुकुट, छत्र, व अन्य श्रृंगार की सामग्री भेंट करने का चलन ज्यादा है। इसलिए सोने की तुलना में चांदी ज्यादा है।
इसलिए कर रहे वैरिफिकेशन
- दान में सोने, चांदी व अन्य सामान कितना और इनकी लागत क्या।
- सोने-चांदी की वे सामग्री जो उपयोग में नहीं आ रही है, उनका निर्धारण व उपयोग।
- कीमती वस्तुओं के सुरक्षा का प्रबंध
- आवश्यक पडऩे पर बैंक में जमा करने की व्यवस्था।
मंदिर की जमीन का भी आंकलन
बाबा महाकाल के आए दान सामग्री के अलावा मंदिर के नाम की जमीन का भी आंकलन किया जाएगा। महाकालेश्वर मंदिर के नाम पर उज्जैन सहित अन्य जिलोंं में जमीन है। इनमें से कई जमीन दानदाताओं ने मंदिर को दी है। अब इन जमीनों के रेकॉर्ड एकत्र कर इन पर अतिक्रमण हटाने व कब्जे की कार्रवाई की जाएगी।
इनका कहना
महाकाल मंदिर के कोठार में जमा कीमती सोने-चांदी के आभूषण व अन्य सामग्री के वैरिफिकेशन किए जाने का निर्णय लिया है। इससे इनकी कीमत की जानकारी के साथ सुरक्षा व अन्य वैकल्पिक उपयोग के लिए योजना बना सकेंगे।
- कुमार पुरुषोत्तम, कलेक्टर