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उज्जैन के बस स्टैंड बनेंगे आइएसबीटी, ई-टिकटिंग के साथ कम्प्यूटराइज्ड पार्किंग सिस्टम रहेगा

नगर निगम दोनों बस स्टैंड का पीपीपी मोड पर विकास करेगा, कंपनी बसों से पार्किंग शुल्क वसूलेगी, जल्द टेंडर जारी होंगे

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ISBT to become bus stand of Ujjain, will have computerized parking

नगर निगम दोनों बस स्टैंड का पीपीपी मोड पर विकास करेगा, कंपनी बसों से पार्किंग शुल्क वसूलेगी, जल्द टेंडर जारी होंगे

आशीष एस. सक्सेना उज्जैन. प्रदेश कुछ बड़े शहरों की तरह उज्जैन के बस स्टैंड भी आइएसबीटी (इंटर स्टेट बस टर्मिनल) के रूप में विकसित होंगे। यहां यात्रियों को ई-टिकटिंग, शी-लाउंज, स्वच्छ वेटिंग रूम, पब्लिक इन्फोर्मेशन सिस्टम, फूड जोन जैसी सुविधा मिलेंगी। यही नहीं बसों की पार्किंग व्यवस्था भी पूरी तरह कम्प्युटराइज्ड रहेगी।

शहर में मुख्य रूप से दो बस स्टैंड, पं. दिनदयाल बस स्टैंड नानाखेड़ा व शहीद राजाभाऊ महाकाल बस स्टैंड देवासगेट है। वर्तमान में इनका संचालन पुराने ढर्रे पर ही हो रहा है और यात्रियों को भी कोई विशेष सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। बेतरतीब वाहन खड़े होने से जाम की स्थिति रहती है। नगर निगम ने अब इन बस स्टैंड को आईएसबीटी बना रहा है। इसके बाद बस स्टैंड्स पर एजयरपोर्ट की तरह सुविधा मिलने का दावा है। हाल ही में निगम परिषद इस प्रस्ताव को वैधानिक स्थिति परीक्षण के साथ स्वीकृति भी दे चुकी है। यूसीटीएसएल डीजीएम विजय गोयल ने बताया, पीपीपी मोड पर योजना तैयार कर ली है और जल्द ही टेंडर जारी किया जाएगा।

10 साल के लिए ठेका, निगम को होगी आय

निगम पीपीपी मोड (पब्लि प्राइवेट पार्टनरशिप) पर
आइएसबीटी विकसित करेगा। इसमें अनुबंधित कंपनी को बसों की पार्किंग, विज्ञापन आदि से होने वाली आय का १५ प्रतिशत से अधिक हिस्सा निगम को राजस्व के रूप में देना होगा। जो कंपनी जितना अधिक हिस्सा देने का प्रस्ताव रखेगी, उसे ठेका दिया जाएगा। यह ठेका १० वर्ष के लिए होगा। कंपनी को यात्री सुविधाएं विकसित करने के साथ ही बस टर्मिनल के संधारण व संचालन करने का जिम्मा रहेगा।

टर्मिनल में यह सुविधाएं रहेंगी

- ऑनलाइन सिस्टम विकसित होगा।
- कंट्रोल कमांड सेंटर।
- २४ घंटे सर्विलांस एंड सिक्युरिटी।
- सूचना प्रोद्यौगिकी प्रणाली रहेगी।
- ऑनलाइन टिकिट बुक करवा सकेंगे।
- कम्प्युटराइज्ड व ऑटोमेटिक पार्किंग मैनेजमेंट सिस्टम।
- वेटिंग रूम।
- पसिर में एलइडी स्क्रीन और साउंड सिस्टम जिन से पब्लिक इन्फोर्मेशन सिस्टम रहेगा।
- सुविधाघर, महिलाओं के लिए शी-लाउंज।
- हेल्प डेस्क, व पूछताछ केंद्र।
- अन्य दो पहिया-चार पहियां वाहनों की भी ई-पार्किंग सुविधा।
- पेयजल।
- बिजली खर्च कम करने सोलर पैनल रहेंगे।
- बिना शुल्क बस अंदर नहीं आ सकेगी
- बसों की पार्किंग के लिए टर्मिनल पर प्रथक-प्रथक बेय बनेंगे।
- फ्लीट मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए बस को रीयल टाइम ऑटोमेटिक बेय अलॉट होंगे।
- प्रति बस प्रति दिन ५० रुपए का पार्किंग शुल्क चुकाना होगा।
- ऑटोमेटिक बूम बेरियर रहेगा। पार्किंग शुल्क चुकाने पर ही बस टर्मिनल में आ सकेगी।

उज्जैन में बसों की आवाजाही

नानाखेड़ा बस स्टैंड- २९७ बस
देवास गेट बस स्टैंड- ८१ बस
इंदौर आरटीओ से जारी परमिट अनुसार-५० बस
अन्य जिलों से जारी परमिट अनुसार-६४ बस
कुल - ४९२ बस
(प्रति बस ५० रुपए पार्किंग शुल्क के मान से रोज २४ हजार ६०० व वर्ष के ८९.७९ लाख रुपए आय का आंकलन)

अभी बस स्टैंड
देवासगेट बस स्टैंड
क्षेत्रफल- ८६७१ वर्ग मीटर
किराया- अभी बसों से किराया नहीं लेते।
निगम संचालित दुकानें- २४ दुकानें किराए/लीज पर। प्रति माह १६ हजार २२९ रुपए की आय।

नानाखेड़ा बस स्टैंड
क्षेत्रफल- १०४३९ वर्ग मीटर
किराया- सिर्फ राजस्थान परिवहन की बसों से पार्किंग शुल्क। प्रतिवर्ष शुल्क के रूप में ५० रुपए।
निगम संचालित दुकानें- निरंक
(जानकारी नगर निगम रिकार्ड के अनुसार)