
पत्रिका के हस्तक्षेप के बाद रुपए वापस लौटाने की प्रक्रिया शुरू
घट्टिया. विकासखंड शिक्षा केंद्र घट्टिया के अंतर्गत आने वाले शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ग्राम बिछड़ौद में गुरुवार को 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों से परीक्षा के प्रवेश पत्र देने के नाम पर विद्यार्थियों से 100- 100 रुपए वसूलने का एक मामला सामने आया है। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रबंधन के शिक्षकगणों द्वारा विद्यार्थियों से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के प्रवेश पत्र देने के नाम पर 100- 100 रुपए वसूले जा रहे है, जबकि ब्लॉक शिक्षा और जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शासन का ऐसा तो कोई प्रावधान नहीं है, साथ ही स्कूल प्रबंधन विद्यार्थियों से रुपए कैसे ले रहे है इसकी जानकारी भी नहीं है। आपके द्वारा मामला संज्ञान में आया है। स्कूल प्रबंधन से इसकी जानकारी लेते हैं।
दरअसल शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ग्राम बिछड़ौद में स्कूल प्रबंधन ने विद्यार्थियों और स्कूल स्टाफ़ सदस्यों का वाट्सप पर एक ग्रुप भी बनाया हुआ है, जिसमें स्कूल प्रबंधन की शिक्षिका पुनिता यादव द्वारा ग्रुप पर मैसेज गया है कि सभी विद्यार्थियों को सूचित किया जाता है कि आपके बोर्ड परीक्षा के प्रवेश पत्र विद्यालय में आ चुके हैं। सभी विद्यार्थी दिनांक 9 फरवरी को विद्यालय में उपस्थित होकर अपने प्रवेश पत्र ले लें। साथ ही जिन विद्यार्थियों ने अपने वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की फोटोकॉपी विद्यालय में जमा नहीं की है, वह अपने वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट साथ लेकर आए। सभी विद्यार्थी अपने साथ 100 रुपए अनुपस्थिति शुल्क के रूप में लेकर आए, तभी छात्रों को उनका प्रवेश पत्र मिलेगा। वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट के अभाव में प्रवेश पत्र नहीं दिया जाएगा।
गुरुवार को 10वीं और 12वीं के विद्यार्थी अपने प्रवेश पत्र लेने स्कूल परिसर पहुंचे। उन्होंने 100- 100 रूपए देकर अपना परीक्षा प्रवेश पत्र लिया। कुछ विद्यार्थियों द्वारा प्रवेश पत्र देने के नाम पर 100- 100 रुपए देने से इनकार किया तो उन्हें प्रवेश पत्र देने से मना कर दिया। बाद में विद्यार्थियों ने पूरे मामले को लेकर पत्रिका से चर्चा की। जिसके बाद पत्रिका प्रतिनिधि द्वारा शिक्षिका पुनिता यादव से दूरभाष पर चर्चा करने पर उन्होंने कहा कि हमें शासन के निर्देश है। इसलिए हम विद्यार्थियों से शुल्क ले रहे है। शासन के लिखित निर्देश होने की जानकारी मांगी तो शिक्षिका ने कहा की लिखित आदेश नहीं है, लेकिन मोखिक निर्देश मिले है। इसलिए विद्यार्थियों से शुल्क ले रहे है। हमें भी चार महीनों की सैलरी नहीं मिली है। पत्रिका के हस्तक्षेप के तुरंत बाद ही स्कूल प्रबंधन ने कुछ मौजूदा विद्यार्थियों को शुल्क वापस लौटा दिया और बाकी विद्यार्थियों को उनका शुल्क वापस लौटाने के लिए पुन: ग्रुप पर मैसेज करते हुए लिखा कि जिन छात्रों ने अनुपस्थिति शुल्क दिया है, वे अभी विद्यालय में आकर शीघ्र प्राप्त करें।
इनका कहना
10वीं और 12वीं के प्रवेश पत्र देने के नाम पर 100- 100 रुपए ले रहे है। इसकी जानकारी मुझे भी नहीं है और शासन के भी ऐसे कोई लिखित या मौखिक निर्देश नहीं है। मुझे ज्यादा जानकारी भी नहीं है। आप इस विषय पर जिला शिक्षा अधिकारी से बात कर सकते हैं।
दाताराम गनगोरिया, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, घट्टिया
प्रवेश पत्र देने के नाम पर शुल्क लेने के ऐसे कोई निर्देश शासन से नहीं मिले है और न ही ऐसे कोई आदेश जारी किए है। आपके द्वारा मामला संज्ञान में आया है संबंधित स्कूल प्रबंधन से बात करते है।
आनंद शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी उज्जैन
Published on:
11 Feb 2022 12:09 am
बड़ी खबरें
View Allउज्जैन
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
