Simhastha 2028: मध्य प्रदेश के उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ 2028 की तैयारियों को लेकर लगातार चल रहा मंथन, नया जिला प्रशासन कर रहा प्लानिंग, ताजा अपडेट के अनुसार, उज्जैन में बड़े बदलाव की है तैयारी, रेलवे और परिवहन पर है पूरा फोकस…
Simhastha 2028: सिंहस्थ 2028 को भव्य और व्यवस्थित बनाने के लिए उज्जैन में रेलवे, परिवहन और बुनियादी ढांचे के बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू हो गया है। संभागायुक्त संजय गुप्ता की अध्यक्षता में प्रशासन और रेलवे अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई। इसमें इंदौर-नागदा बाईपास रेलवे लाइन को लेकर चर्चा की गई। इसके अलावा महाकाल मंदिर में नई सुविधाएं और देवासगेट बस स्टैंड के उन्नयन (अपग्रेड) जैसी योजनाओं को लेकर भी नई बातें सामने आई हैं। बता दें कि सिंहस्थ (Simhastha 2028) को लेकर उज्जैन के अलावा आस-पास के जिलों जैसे इंदौर, देवास, शाजापुर में भी कई विकासकार्य शुरू किए गए हैं।
देवासगेट स्थित शहीद राजाभाऊ महाकाल बस स्टैंड का उन्नयन 75 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। नए बस स्टैंड में बेसमेंट में 70 कारों, 250 बाइकों और 20 बसों की पार्किंग की सुविधा होगी। बस स्टैंड में एक होटल भी संचालित किया जाएगा। नगर निगम परिषद ने इस कार्ययोजना को मंजूरी दे दी है। नगर निगम परिषद ने पिछले साल 4.42 एकड़ क्षेत्र में फैले देवासगेट बस स्टैंड को तोडक़र वहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर का नया बस स्टैंड बनाने का प्रस्ताव पारित किया था। हालांकि, तब इस योजना की लागत 50 करोड़ रुपए थी, जिसमें शहर में बढ़ती पर्यटकों की संख्या के चलते 25 करोड़ रूपए और बढ़ा दिए गए।
बैठक में इंदौर से चिंतामण-फतेहाबाद होते हुए नागदा तक रेलवे लाइन (Indore-Nagda bypass railway line) के बायपास मार्ग पर चर्चा हुई। इससे नागदा में इंजन बदलने की समस्या का समाधान होगा और इंदौर-रतलाम-मुंबई मार्ग को नागदा से जोड़ने की योजना को गति मिलेगी। संभागायुक्त ने विक्रम स्टेशन से मक्सी के लिए सीधे रेलवे ट्रैक निर्माण का भी प्रस्ताव रखा।
चिंतामण से शिप्रा तक रेलवे लाइन को डबल करने और क्षिप्रा केबिन पर सैटलाइट टाउन विकसित करने की कार्य योजना भी बनाई गई है। जयसिंहपुरा रेलवे क्रॉसिंग को 21 मीटर चौड़ा करने और हरी फाटक ब्रिज के पास अंडरपास के निर्माण पर भी चर्चा हुई, जिससे महाकाल लोक को सीधा संपर्क मिलेगा। वहीं रेलवे और जिला प्रशासन की एक संयुक्त परामर्श समिति बनाने का निर्णय लिया गया, जो सिंहस्थ से जुड़े कार्यों की मासिक समीक्षा करेगी।
महाकाल मंदिर (Mahakaleshwar Temple) में भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर में आर्नामेंटल शेड बनाए जाएंगे। इंदौर के एक आर्किटेक्ट से इसकी डिजाइन तैयार करवा ली गई है। उज्जैन विकास प्राधिकरण (यूडीए) ने इसके लिए 3.20 करोड़ रुपए का टेंडर जारी किया है। ये शेड मंदिर के आध्यात्मिक स्वरूप के अनुरूप होंगे और मानसरोवर द्वार एवं प्रवेश द्वार नंबर एक के पास लगाए जाएंगे।