प्याज की खपत में उछाल से उछले भाव, मंडी में बढ़ी आवक
उज्जैन. अमूमन व्रत, उपवास में प्याज से परहेज किया जाता है, जिससे खपत पर असर पड़ता है। पिछले दिनों दस दिन के गणेशोत्सव व फिर नौ दिन की नवरात्रि के व्रत, उपवास ने प्याज की खपत पर असर डाला। इससे भाव नहीं मिल सके, लेकिन अब खपत बढऩे से भाव में फिर उछाल आ रहा है। व्रत त्योहार खत्म होने के साथ ही प्याज साउथ, महाराष्ट्र, बिहार, आसाम के साथ बंगलादेश जा रहा है, जिससे भाव बढ़ रहे हैं।
15 दिनों में दाम दोगुने के करीब - कृषि उपज की आलू-प्याज मंडी में जो प्याज 28 सितंबर को 955 रुपए प्रति क्विंटल बिका, वहीं 13 अक्टूबर को 1650 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। इस प्रकार 15 दिनों में प्याज के दाम दोगुने के करीब जा पहुंचे.
जिले में 17100 हेक्टेयर पर प्याज की खेती होती है, जबकि 40 हजार से अधिक किसान प्याज की खेती करते हैं- उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक सुभाष श्रीवास्तव के अनुसार जिले में 17100 हेक्टेयर पर प्याज की खेती होती है, जबकि 40 हजार से अधिक किसान प्याज की खेती करते हैं। जिले में प्याज का औसत उत्पादन 250 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। कृषि उपज की आलू-प्याज मंडी में 200 से अधिक पंजीकृत व्यापारी हैं, जिनमें से 50 व्यापारी केवल प्याज का व्यापार करते हैं। इन आंकड़ों से मंडी में आवक का अंदाजा लगाया जा सकता है।
दिनांक— आवक— मॉडल भाव
28.9 5797 क्विंटल 955
29.9 5189 950
30.9 9432 955
1.10 11517 1100
2.10 अवकाश
3.10 अवकाश
4.10 अवकाश
5.10 अवकाश
6.10 अवकाश
7.10 9502 1001
8.10 10989 1126
9.10 अवकाश
10.10 14663 1325
11.10 अवकाश
12.10 8896 1345
13.10 14256 1650
14.10 अवकाश
(मॉडल भाव रुपए प्रति क्विंटल)
प्याज साउथ, महाराष्ट्र, बिहार, आसाम के साथ बंगलादेश जा रहा है, जिससे भाव बढ़ रहे- मंडी सचिव उमेश बसेडिया शर्मा के अनुसार व्रत, त्योहार में प्याज की खपत कम हो जाती है, जिससे भाव गिर जाते हैं। अब व्रत त्योहार खत्म होने से प्याज की खपत बढ़ गई है। इसके साथ ही हमारे यहां से साउथ, महाराष्ट्र, बिहार, आसाम के साथ बंगलादेश जा रहा है, जिससे भाव बढ़ रहे हैं।