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महाकाल में एक पुजारी ने बनाई गैंग, मंदिर समिति ही नहीं, पंडे-पुजारी भी हैं परेशान

मंदिरों में नियुक्ति व हिस्सेदारी के लिए धमकी देकर बना रहे दबाव

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उज्जैन. महाकाल मंदिर परिसर में स्थित छोटे-बड़े आधा दर्जन मंदिरों के नियुक्त पुजारियों को डरा-धमकाकर मंदिरों में हिस्सेदारी और नियुक्ति के लिए दबाव बनाने का मामला सामने आया है। इसके लिए कुछ लोग सक्रिय होकर काम कर रहे हैं। प्रताडऩा से तंग आकर प्रांगण पुजारियों ने महाकाल थाना पुलिस से जयराम चौबे नामक व्यक्ति, उनकी पत्नी सहित आधा दर्जन लोगांे के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। इसी तरह बाहरी व्यक्ति द्वारा मंदिर प्रांगण में हस्तक्षेप करने व मंदिर पुजारियों को धमकाने की शिकायत भी महाकाल मंदिर प्रशासक को पुजारियों ने की है।

पुजारी नियुक्ति के आवेदन लगाए
प्रांगण में स्थित सप्तऋषि मंदिर के भरत जोशी, राम मंदिर के लोकेश गुरु, गणपति मंदिर के प्रथमेश गुरु सहित आधा दर्जन पुजारियों ने महाकाल थाना पुलिस को बताया कि जयराम चौबे और उसके साथ मिलकर आधा दर्जन लोगों ने गैंग बनाई और महाकाल मंदिर प्रशासन को प्रांगण में स्थित मंदिर में पुजारियों के लिए नियुक्ति या मंदिरों मंें पूजन करने की अनुमति मांगी है। प्रशासन द्वारा पत्र व्यवहार कर किसी भी तरह की नियुक्ति देने से मना कर दिया है और समिति ने स्पष्ट भी किया है कि मंदिर में नियुक्ति पुराने समय से है। अब चौबे और उनकी गैंग द्वारा पुजारियों को डरा धमका कर मंदिर में हिस्सेदारी के लिए दबाव बनाया जा रहा है। एेसे में मंदिर पुजारियों में भय का माहौल है। इसी प्रकार महाकाल मंदिर पुरोहित समिति और महाकाल मंदिर प्रांगण पुजारी समिति की ओर से भी प्रबंध समिति अध्यक्ष और प्रशासक को इस तरह की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।

प्रबंधन के खिलाफ न्यायालय में प्रकरण
पुजारियों ने बताया कि जयराम चौबे ने पुजारियों के साथ-साथ महाकाल मंदिर प्रबंध समिति को भी परेशान कर रखा है। चौबे ने प्रबंधन समिति के खिलाफ भी फालतू के मामलों में कोर्ट केस लगा रखे हैं, जिसकी वजह से प्रबंधन समिति को भी लाखों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। इस संबंध में पत्रिका ने जयराम चौबे से बात की तो उन्होंने बताया कि मंदिर में नियुक्त पुजारी वैधानिक नहीं हैं, अगर हैं तो वे अपना नियुक्ति पत्र प्रस्तुत करें।

क्या कहता है महाकाल मंदिर एक्ट
1982 की धारा (3) जी के अनुसार प्रांगण के सभी मंदिर प्रबंध समिति के अंतर्गत है। धारा 11 के अनुसार मंदिरों में पुजारी एवं कर्मचारी की नियुक्ति के एकाकी अधिकार मंदिर समिति को ही है। इसमें अन्य कोई व्यक्ति या एक अधिकारी मंदिर में नियुक्ति नहीं कर सकता।

जल्द जांच कर कार्रवाई करेंगे
महाकाल मंदिर प्रांगण के पुजारियों ने थाने में शिकायती आवेदन दिया है, जिस पर जल्द ही जांच कर उचित कार्रवाई करेंगे।
- राकेश मोदी, थाना प्रभारी