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शंकराचार्य ने अयोध्या के राम मंदिर पर सवाल उठाकर चौंकाया

- उज्जैन में पुरी शंकराचार्य निश्चलानंद ने कहा-मुस्लिमों से कूटनीति में नेहरू से लेकर मोदी तक सभी मात खा गए

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Shankaracharya shocked by raising questions on Ram temple of Ayodhya

गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज का गुरुवार को शहर आगमन हुआ।

उज्जैन. गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज का गुरुवार को शहर आगमन हुआ। हरसिद्धि मंदिर के पीछे िस्थत झालरिया मठ में धर्मचर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण को लेकर कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरप्रदेश सहित देश को बड़े खतरे में डाल दिया है। अयोध्या में पूरे देश की नंबर वन मस्जिद बनाने की तैयारी चल रही है। ये आने वाली पीढ़ी के लिए बड़ा खतरा साबित होगी। पुरी शंकराचार्य ने लोगों से प्रश्नोत्तरी के माध्यम से धर्मचर्चा की। राम मंदिर निर्माण के परिणाम पर जवाब देते हुए बोले, कोर्ट ने ये कैसा न्याय किया कि आपका अधिकार तो नहीं बनता, लेकिन उपहार स्वरूप मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन दे रहे हैं। यह शब्द न्यायालय के नहीं, लेकिन राजनीति की भाषा के जरूर हो सकते हैं।


श्रेय प्राप्त करने में माहिर मोदी
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री हर मौके का श्रेय प्राप्त करने में माहिर हैं। राम मंदिर मामले में श्रेय लेने की जल्दबाजी में गलत निर्णय हुआ। सरकार ने मस्जिद बनाने की बात कहकर मामला और उलझाया है। मुस्लिम पक्ष ने धैर्य रखा, चुप रहकर मंदिर निर्माण का नक्शा व अन्य जानकारी लेने के बाद देश की सबसे बड़ी मस्जिद बनाने की तैयारी कर ली। अब वे आसपास और जमीनें खरीद रहे हैं और बड़े स्तर पर मस्जिद निर्माण की तैयारी कर रहे हैं। कूटनीतिक मामले में मुस्लिमों से नेहरू से लेकर मोदी जी तक पछाड़ खा गए।


नरसिंह राव भी निकाल चुके थे यह हल
शंकराचार्य ने कहा तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिंहराव भी इस समस्या का हल मंदिर-मस्जिद अलग-अलग कर निकाल चुके थे। उन्होंने इस तरह के समझौते पर हस्ताक्षर के प्रयास भी किए थे, लेकिन उन्होंने हस्ताक्षर से इनकार कर दिया था कि ये न्याय नहीं है। पहले ये सरकारी स्तर पर हो रहा था, अब इसे न्यायालीन रूप में लाया गया है, लेकिन इस फैसले ने न सिर्फ उत्तरप्रदेश, बल्कि पूरे देश को ही एक बड़े संकट में डाल दिया है।


धर्म परिवर्तन पर बोले- सनातन मजबूत है
धर्म परिवर्तन के मसले पर स्वामी निश्चलानंद ने जवाब दिया, धर्म परिवर्तन इतना आसान नहीं है। प्रश्नकर्ता बोला, कुछ लोग ईसाई धर्म अपनाकर हिंदुओं को भ्रमित कर रहे हैं। शंकराचार्य ने कहा कि सनातन धर्म बहुत मजबूत है। मजाकिया लहजे में उन्होंने कहा- जो हमसे टकराएगा-चूर चूर हो जाएगा।


शंकराचार्य 23 तक रहेंगे उज्जैन में
शंकराचार्य महाराज गुरुवार 21 दिसंबर को सुबह करीब 6 बजे उज्जैन आए। यहां उनके अनुयायियों ने नरसिंह घाट स्थित झालरिया मठ में तीन दिनों तक धर्मसभा और प्रश्नोत्तरी का आयोजन रखा है। गुरुवार को स्वामीजी दोपहर करीब दो बजे सनातनियों के बीच पहुंचे और प्रश्नोत्तरी के माध्यम से धर्मसभा ली। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति व शंकराचार्य के दीक्षित अनुयायी व्यवस्था बनाने में जुटे हुए हैं।